एग्री बिजनेस, एग्री टेक की तमाम कंपनिया कृषि क्षेत्र की संभावनाओं को देखते हुए अपना विस्तार कर रही है. इस बीच अब धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने गुजरात के दाहेज में अपनी नई फैसिलिटी के परिचालन का विस्तार करने की तैयारी में है. कंपनी अपने जापानी सहयोगियों के साथ ‘साझा फॉर्मूलेशन’ के हिसाब से कॉन्ट्रैक्ट बनाने के लिए बातचीत कर रही है. धानुका एग्रीटेक ने पिछले साल ही दाहेज में तकनीकी ग्रेड के कीटनाशक के निर्माण के लिए प्लांट लगाया था.
बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के चेयरमैन महेश कुमार धानुका ने ऑनलाइन बातचीत में जानकारी दी कि दाहेज में स्थापित उनका प्लांट बहुउद्देशीय है, जिसमें वर्तमान में सिर्फ एक मॉलिक्यूल बनाया जा रहा है. हम अपने जापानी सहयोगियों से कुछ मॉलिक्यूल को हमारे साथ साझा करने के लिए बात कर रहे हैं, ताकि हम उनका निर्माण इस प्लांट में कर सप्लाई कर सकें. महेश कुमार ने कहा कि हम भारत में मॉलिक्यूल बनाने के लिए इसलिए भी पेशकश कर रहे हैं, क्योंकि यहां जापान के मुकाबले ओवरहेड लागत कम है.
उन्होंने बताया कि दो जापानी फर्मों ने दाहेज के उनके प्लांट का दौरा किया है और इससे खुश हैं. धानुका ने गुजरात के साणंद में अपनी रिसर्च एंड डवलपमेंट (आरएंडडी) सुविधा स्थापित की है और इसमें 30 वैज्ञानिक काम कर रहे हैं. अगर वैज्ञानिक कोई नया मॉलिक्यूल बनाते हैं तो कंपनी साणंद में एक नई सुविधा स्थापित करेगी. उन्होंने कहा कि कंपनी साणंद में नई यूनिट लगाने के लिए तैयार किसी भी जापानी कंपनी के साथ गठजोड़ के लिए तैयार है.
अध्यक्ष ने कहा कि निर्यात के मौके को देखने के बाद कंपनी ने पिछले साल एक एक्सपोर्ट डिवीजन बनाया है और हाल ही में हमने जर्मन कंपनी बायर (Bayer) से दो मॉलिक्यूल खरीदे हैं, जो इनकी 20 देशों में सप्लाई करती है. धानुका एग्रीटेक ने साणंद के अलावा राजस्थान के केशवाना और जम्मू और कश्मीर के उधमपुर में फॉर्मूलेशन सुविधाएं ऑपरेट करती है. कंपनी ने फाइलो (एग्रीहॉक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड) में निवेश किया है यह कंपनी कृषि से जुड़ी मशीन बनाती है. वहीं, इसके अलावा कंपनी ने एक ड्रोन कंपनी IoTechWorld Avigation में 30 करोड़ रुपये इंवेस्ट किए हैं.
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