किसानों और FPO को पैसा देने में आगे आ रहे बैंक, DCB बैंक डेयरी-फिश फार्मिंग के लिए दे रहा लोन 

किसानों और FPO को पैसा देने में आगे आ रहे बैंक, DCB बैंक डेयरी-फिश फार्मिंग के लिए दे रहा लोन 

डीसीबी बैंक ने कहा कि हम कृषि और डेयरी, मत्स्यपालन और मुर्गीपालन जैसे कृषि से जुड़े क्षेत्रों के लिए लोन सुविधा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि डीसीबी बैंक महिला किसानों को सभी कृषि लोन प्रोग्राम में लोन लेने के लिए प्रोत्साहित करता है. खेती करने वाली महिलाओं को प्रमुखता दी जा रही है.

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किसानों और FPO को पैसा देने में आगे आ रहे बैंक, DCB बैंक डेयरी-फिश फार्मिंग के लिए दे रहा लोन DCB बैंक डेयरी-फिश फार्मिंग समेत खेती कार्यों के लिए लोन दे रहा.

खेती और इससे जुड़ी गतिविधियों के लिए जरूरी पैसे को लोन के जरिए उपलब्ध कराने में सरकारी बैंकों के साथ निजी बैंक भी तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं. बीते कुछ वर्षों में निजी क्षेत्र की कंपनियों ने खेती कार्यों के लिए किसानों को लोन देना शुरू किया है. इस बदलाव को देखते हुए अब निजी क्षेत्र के बैंक भी कृषि लोन देने की शुरुआत कर रहे हैं. डीसीबी बैंक के एग्री लोन प्रमुख ने कहा कि हमने किसान उत्पादक संगठनों को उनकी जरूरत के हिसाब से लोन देना शुरू किया है.

डीसीबी बैंक एफपीओ को दे रहा लोन 

मुंबई स्थित निजी क्षेत्र के कमर्शियल बैंक डीसीबी बैंक ने हाल ही में कृषि क्षेत्र में विविध उत्पादों की पेशकश के अलावा किसान उत्पादक संगठनों (FPO) को लोना देना शुरू किया है. बिजनेसलाइन के अनुसार डीसीबी बैंक के रिटेल और एग्रीकल्चर लोन प्रमुख नरेंद्रनाथ मिश्रा ने कहा कि कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों की वित्तीय जरूरत पूरी करने के लिए लोन की मांग में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. 

क्रॉप फाइनेंस से लेकर गोल्ड लोन तक

एग्रीकल्चर लोन बैंक के लिए एक दिलचस्प बिजनेस प्रपोजल है और डीसीबी बैंक दो दशकों से इस क्षेत्र में मौजूद है. बैंक ने ग्राहकों की जरूरतों के अनुरूप कृषि लोन में विविध उत्पाद पेश किए हैं. नरेंद्रनाथ मिश्रा ने कहा कि लोन प्रोडक्ट में ट्रैक्टर और कृषि उपकरण लोन, किसान क्रेडिट कार्ड, माइक्रोफाइनेंस लोन, क्रॉप फाइनेंस संस्थानों और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के जरिए लोन के साथ ही किसानों को गोल्ड लोन प्रोडक्ट भी शामिल हैं. 

फिश और पोल्ट्री के लिए भी वित्तीय मदद

डीसीबी बैंक के अधिकारी ने कहा कि हम कृषि और डेयरी, मत्स्यपालन और मुर्गीपालन जैसे कृषि से जुड़े क्षेत्रों के लिए लोन सुविधा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि डीसीबी बैंक महिला किसानों को सभी कृषि लोन प्रोग्राम में लोन लेने के लिए प्रोत्साहित करता है. खेती करने वाली महिलाओं को प्रमुखता दी जा रही है. उन्होंने कहा कि डेयरी, मुर्गीपालन या कृषि से जुड़े अन्य कार्यों के लिए बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट्स के जरिए माइक्रोफाइनेंस लोन की सुविधा दी जा रही है. 

उन्होंने कहा कि डीसीबी बैंक खासकर एग्रीकल्चर लोन पर ध्यान केंद्रित करता है. बैंक के पास किसान क्रेडिट कार्ड, ट्रैक्टर लोन और माइक्रोफाइनेंस के लिए एक विशेष वर्टिकल है. उन्होंने कहा कि बैंक कृषि और डेयरी, मत्स्यपालन और मुर्गीपालन जैसे संबद्ध क्षेत्रों को लोन देता है. बैंक एग्रीकल्चर उद्देश्यों के लिए न्यूनतम 18 फीसदी लोन देने के रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दिशानिर्देशों को पूरा कर रहा है. 

कृषि लागत बढ़ने से वित्तीय जरूरतें भी बढ़ीं  

डीसीबी बैंक के रिटेल और एग्रीकल्चर लोन प्रमुख ने कहा कि कृषि लोन की मांग में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. हाईटेक खेती, खेतों में मशीनीकरण, इनपुट की लागत में बढ़ने से किसानों की वित्तीय जरूरतें बढ़ी हैं. उन्होंमे कहा कि डीसीबी बैंक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत सभी लिस्टेड फसलों के लिए बीमा करता है और किसानों को फसल बीमा के फायदे भी बताता है. इससे उनका फसल के जरिए होने वाले नुकसान में कमी देखी जा रही है. 

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