मौसम विभाग (IMD) ने एक अनुमान में कहा है कि बंगाल की खाड़ी में नौ मई को चक्रवाती तूफान आ सकता है. इसके संकेत दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी में मिलने लगे हैं. चक्रवाती तूफान की आशंका के मद्देनजर मछुआरों और शिपिंग के काम में लगे लोगों को दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की हिदायत दी गई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि नौ मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात उठने की आशंका है और अगले कुछ दिनों में इसके रास्ते के बारे में जानकारी दी जाएगी. अगर यह तूफान आता है तो इसका नाम होगा मोका (Mocha). मोका नाम यमन देश से मिला है क्योंकि इस तूफान की असल पैदाइश इसी देश की है और मोका वहां का तटीय शहर है.
अभी इस तूफान के बारे में बहुत जानकारी सामने नहीं आ रही है क्योंकि मौसम विभाग आगे पूरी बात बताएगा. मौसम विभाग ने कहा है अभी अलर्ट जारी करने जैसी कोई बात नहीं है क्योंकि तूफान के रास्ते और तीव्रता की सटीक जानकारी नहीं मिल पाई है. अगर यह तूफान आता है तो इस साल का पहला ग्रीष्मकालीन चक्रवाती तूफान होगा जो गर्मियों में आता है. तूफान को दो कैटेगरी में बांटते हैं जिनमें एक ग्रीष्मकालीन और दूसरा मॉनसूनी चक्रवाती तूफान होता है. मोचा ग्रीष्मकालीन यानी कि समर साइक्लोन की श्रेणी में आता है.
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मई महीने में ही मोका तूफान के उठने की आशंका है. किन राज्यों में इसका असर पड़ेगा, अगर इसकी बात करें तो दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी के आसपास जो भी राज्य स्थित हैं, वहां इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है. इसमें आंध्र प्रदेश से लेकर ओडिशा और तमिलनाडु प्रमुख हैं. इसमें सबसे नजदीक ओडिशा है जहां लगभग हर गर्मियों में इस तरह का चक्रवात देखा जाता है. पिछले साल को छोड़ दें तो बीते चार वर्षों में हर साल कोई न कोई तूफान ओडिशा को प्रभावित करता रहा है. इन तूफानों में फानी, अंफान और यास के नाम प्रमुख हैं.
दरअसल, किसी भी चक्रवात के नाम के पीछे एक पूरी क्रोनोलॉजी होती है. ये क्रोनोलॉजी उस देश से जुडी़ होती है जहां से तूफान शुरू (ओरिजिनेट) होता है. पूरी दुनिया में तूफानों की एक लिस्ट बनी हुई है जिसमें तूफानों के नाम किसी खास देश और उस देश के शहर के आधार पर रखे जाते हैं. तूफानों की यह लिस्ट वर्ल्ड मेटरोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन यानी कि WMO तैयार करता है. मोका तूफान के साथ भी यही बात है. यह तूफान यमन के शहर मोका से शुरू होगा, इसलिए इसका नाम मोका रखा गया है. वैसे मोका को अंग्रेजी में आप Mocha या मोचा पढ़ सकते हैं, लेकिन स्थानीय भाषा में इसे मोका बोला जाता है. तभी यमन की विश्व प्रसिद्ध कॉफी का नाम भी मोका कॉफी (Mocha Coffee) है.
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इस तूफान का असर कई राज्यों में दिख सकता है, लेकिन सबसे खास है ओडिशा. इस संबंध में ओडिशा में राहत और बचाव की तैयारी पहले से ही शुरू कर दी गई है. यहां के 18 जिलों के कलेक्टरों को सतर्क कर दिया गया है. चक्रवात शेल्टर होम तैयार हैं, जबकि स्कूल भवनों सहित अधिक सुरक्षित स्थानों की पहचान की गई है. 18 तटीय और आसपास के जिलों के कलेक्टरों को तैयार रहने के लिए कहा गया है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की कुल 17 टीमों और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) की 20 टीमों को तैयार रखा गया है. इसी के साथ सभी जिलों में 24x7 नियंत्रण कक्ष पहले ही चालू कर दिए गए हैं.
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