Bihar Flood: बिहार में बाढ़ की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए राज्य सरकार व्यापक तैयारियां कर रही है. इस क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संभावित बाढ़ और सुखाड़ को लेकर पहले से की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने विभाग की ओर से की जा रही तैयारियों की प्रजेंटेशन दी. प्रजेंटेशन में खासकर बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तमाम योजनाओं को दर्शाया गया. साथ ही नेपाल से आने वाले पानी के कारण भी बाढ़ अति विकराल हो जाती है, इसलिए नेपाल के साथ भी समन्वय बनाकर बाढ़ से निपटने के लिए काम किया जाएगा.
बैठक में बताया गया कि विभाग मॉनसून के दौरान भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और बिहार मौसम सेवा केन्द्र से बिहार के सभी जिलों के लिए अगले 5 दिनों और नेपाल प्रभाग के अगले तीन दिनों के लिए बारिश का पूर्वानुमान हासिल कर इसका इस्तेमाल मॉडलिंग कार्य में करेगा. बारिश पूर्वानुमान के आंकड़ों को बाढ़ प्रक्षेत्र से संबंधित सभी जिलाधिकारियों और सभी संबन्धित विभागों को समय पर जानकारी दी जाएगी.
नेपाल प्रक्षेत्र में बने कोसी बैराज और तटबंध पर बाढ़ से सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग ने काम किए हैं. नेपाल के जल और मौसम विज्ञान विभाग से नेपाल प्रभाग में उत्तर बिहार के विभिन्न नदी बेसिन में होने वाले वास्तविक बारिश/बारिश पूर्वानुमान की सूचना ससमय हासिल की जाएगी. इस दौरान जल संसाधन विभाग, बिहार के संपर्क अधिकारी काठमांडु स्थित संपर्क कार्यालय नेपाल और बिहार के बीच महत्वपूर्ण कड़ी का काम करेंगे.
अफसरों ने सीएम को बताया कि बाढ़ से बचाव के लिए विभिन्न नदियों पर बाढ़ 2025 पूर्व कुल 394 जगहों पर राज्य योजना/केन्द्र प्रायोजित/आपदा मद के तहत 1310.09 करोड़ रुपये की लागत से कटाव निरोधक कार्य गंगा, कोसी, गंडक, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा आदि नदी बेसिन में कराए गए हैं.
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