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डाइट में बाजरे की रोटी से 8 फीसदी तक कम हो सकता है कोलेस्ट्रॉल

डाइट में बाजरे की रोटी से 8 फीसदी तक कम हो सकता है कोलेस्ट्रॉल

दिल की बीमारी में बाजरा कैसे मददगार है इस बात को साबित करने के लिए अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय के लिए अंतर्राष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान (आईसीआरआईएसएटी) ने 900 लोगों के साथ 19 अध्ययनों के आंकड़ों का विश्लेषण किया. जिससे यह सामने निकलकर आया है कि बाजरा दिल की बीमारी को दूर करने में काफी कारगर है. इसके सेवन से आप दिल की बीमारी को दूर कर सकते हैं.

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मिलेट्स की खासियत मिलेट्स की खासियत

बाजरे की खेती और इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व के महत्व को देखते हुए अब सरकार लगातार इसे बढ़ावा दे रही है. इसी क्रम में साल 2023 को पूरे विश्व में इंटरनेशनल इयर ऑफ मिलेट्स भी मनाया जा रहा है. मिलेट्स के पोषक गुणों और जलवायु परिवर्तन से लड़ने की क्षमता को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. इतना ही नहीं बाजरे में पाए जाने वाले पोषक तत्व को देखते हुए अब कई वैज्ञानिक भी इस पर शोध करते भी नजर आ रहे हैं. वैज्ञानिक द्वारा किए गए एक शोध में यह पता चला है कि आप बाजरे की एक रोटी से 8 फीसदी तक कोलेस्ट्रॉल कम कर सकता है. क्या है यह शोध और किस आधार पर यह बात सामने आई है, आइए जानते हैं.

दिल की बीमारियों को दूर करता है बाजरा

दिल की बीमारी में बाजरा कैसे मददगार है इस बात को साबित करने के लिए अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय के लिए अंतर्राष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान (आईसीआरआईएसएटी) ने 900 लोगों के साथ 19 अध्ययनों के आंकड़ों का विश्लेषण किया. जिससे यह सामने निकलकर आया है कि बाजरा की खपत कुल कोलेस्ट्रॉल, ट्राईसिलग्लिसरॉल और बीएमआई को कम कर सकती है. यह अध्ययन पांच संगठनों द्वारा किया गया था. अध्ययन में यह सामने  निकलकर आया है कि बच्चों, किशोरों और वयस्कों में मोटापे और अधिक वजन से निपटने के लिए बाजरे को आहार में शामिल किया जा सकता है.

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कोलेस्ट्रॉल को कम करता है बाजरा

बाजरा बढ़ते वजन को घटाने के लिए काफी कारगर है. बाजरा खाने से कुल कोलेस्ट्रॉल 8% कम हो जाता है, अध्ययन किए गए लोगों में यह बदलाव देखा गया है. जिस लोगों में उच्च से सामान्य स्तर तक रक्त कोलेस्ट्रॉल था उनमें कमी देखी गयी है. रक्त में कम और बहुत कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल और ट्राईसिलग्लिसरॉल के स्तर में लगभग 10% की कमी थी. इन कटौती के माध्यम से, स्तर सामान्य से ऊपर सामान्य श्रेणी में चला गया. इसके अलावा, बाजरे का सेवन करने से रक्तचाप में कमी के साथ डायस्टोलिक रक्तचाप 5% तक कम हो जाता है.

शोध का परिणाम

इस अध्ययन की मुख्य लेखिका डॉ. एस अनीता के मुताबिक बाजरा हृदय रोग यानि दिलों के रोग के लिए काफी प्रभावी है. अध्ययन से यह भी पता चला है कि अधिक वजन और मोटापे से ग्रसित लोगों में बाजरा खाने से बीएमआई 7% कम हुआ है. जो एक सबसे बड़ा कारक है. बाजरे के सेवन से सामान्य बीएमआई पर लौटने की संभावना बढ़ जाती है. यह सभी परिणाम 21 दिनों से लेकर तीन महीने तक की अवधि के दौरान प्रति दिन 50 से 200 ग्राम बाजरा की खपत पर आधारित हैं.

यह शोध बाजरा की एक प्रमुख फसल के रूप में बाजरे की पोषक क्षमता पर जोर देती है जिसमें बड़ी संख्या में स्वास्थ्य लाभ हैं. बाजरा खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके बेहतर हृदय स्वास्थ्य में योगदान किया जा सकता है.