केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) के ग्राम डुमरीखुर्द में ‘ग्राम चौपाल’ में किसानों, ग्रामीण भाई-बहनों के साथ सीधा संवाद किया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण निवासी, किसान भाई-बहन, स्वयं सहायता समूह की दीदियों और पंचायत प्रतिनिधियों ने सहभागिता की. यहां केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे.
चौपाल में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के हित में केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के संयुक्त प्रयासों की चर्चा की. उन्होंने कहा कि सरकार उत्पादन बढ़ाने, बेहतर बीज उपलब्ध कराने और खेती की लागत घटाने के लिए लगातार कदम उठा रही है; शिवराज सिंह ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल के नुकसान की भरपाई का भरोसा दिया. उन्होंने किसानों से बातचीत करते हुए प्रमुख फसलों, उत्पादन लागत और स्थानीय खाद्य की दुकानों की आवश्यकता जैसे मुद्दे की भी जानकारी ली.
चौहान ने केंद्र सरकार के, हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से शुरू किए गए दलहन आत्मनिर्भरता मिशन के तहत उत्पादन बढ़ाने की पहल से अवगत कराया और किसानों के सुझाव भी मांगे. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में इजाफा किया है जिससे किसानों को लाभ होगा. विशेष तौर पर गेहूं, चना, मसूर और सरसों की एमएसपी में वृद्धि की जानकारी भी दी.
शिवराज सिंह ने बताया कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जीएसटी दरों में सुधार के बाद कृषि यंत्रों पर जीएसटी 12 फीसदी और 18 फीसदी से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई है, जिससे किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा. चौहान ने किसान भाई-बहनों को खेती के अलावा पशुपालन, मत्स्यपालन, मधुमक्खी पालन और बागवानी के लिए भी प्रेरित किया. पशुओं के टीकाकरण के लिए चल रही सरकारी योजनाओं की जानकारी भी साझा की.
इस ‘ग्राम चौपाल’ में बड़ी संख्या में किसान, स्वयं-सहायता समूह की दीदियां और पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे, जिन्होंने केंद्रीय मंत्री चौहान से अपनी समस्याएं और सुझाव साझा किए. कार्यक्रम के अंत में शिवराज सिंह चौहान ने ग्रामीण विकास और कृषि समृद्धि के लिए सभी से सहयोग एवं भागीदारी की अपील की.
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