देश में पिछले कुछ सालों से फूलों की खेती किसानों के बीच काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. उसमें गेंदा के फूल की मांग सबसे अधिक रही है. गेंदा भारतीय फूलों में काफी लोकप्रिय है. इसे पूरे वर्ष उगाया जा सकता है. गेंदा की खेती पूरे साल बहुत ही आसानी से की जाती है और मंडियों में पूरे वर्ष इसकी मांग बनी रहती है. इससे किसान बहुत ही कम समय में गेंदा की खेती से अच्छा पैसा कमा सकते हैं. यह बहुत महत्वपूर्ण फूल है क्योंकि यह व्यापक रूप से धार्मिक और सामाजिक कार्यों में प्रयोग किया जाता है. वहीं कीटों को पकड़ने के लिए भी इस फसल का प्रयोग किया जाता है.
ऐसे में अगर आप भी गेंदे की कुछ ऐसी ही किस्म की तलाश कर रहे हैं, तो आप गेंदे की 'पूसा नारंगी' की खेती कर सकते हैं. आइए बताते हैं कहां सस्ते में मिलेगा ये बीज और क्या है इस बीज की खासियत.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन गेंदे की उन्नत किस्म 'पूसा नारंगी' का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
गेंदे के फूल जो घर की सुंदरता को बढ़ाएं और मच्छरों कोे दूर भगायें|
— National Seeds Corp. (@NSCLIMITED) June 7, 2024
NSC के गेंदे के उत्तम किस्म 'पूसा नारंगी' के बीज अब @ONDC_Official पर 10gm. के पैक में ऑनलाइन उपलब्ध|
Order now @ https://t.co/m3iUPad5pU #NationalSeedsCorpLtd #FarmSona @AgriGoI @mkaurdwivedi pic.twitter.com/SEMPJqw50G
'पूसा नारंगी' की खेती करने पर 123-136 दिन बाद इसमें फूल आने लगता है. इस किस्म के फूल का रंग सुर्ख नारंगी होता है और पौधों की लंबाई 7 से 8 सेमी. के बीच का होता है. उपज औसतन प्रति हेक्टेयर 35 टन होता है. वहीं इस किस्म की खासियत ये है कि ये सजावट के लिए बेस्ट वैरायटी है, साथ ही मच्छरों को दूर भगाने में भी काम आता है.
ये भी पढ़ें:- ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू करने का सबसे सही समय क्या है, जानिए इसके बारे में सबकुछ
अगर आप भी गेंदे की उन्नत किस्म पूसा नारंगी की खेती करना या अपने घर में लगाना चाहते हैं तो पूसा नारंगी किस्म के 10 ग्राम के बीज का पैकेट फिलहाल 43 फीसदी की छूट के साथ 50 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएंगे. इसे खरीद कर आप आसानी से गेंदे की फूल की खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.
गेंदे की फसल लेने के लिए भूमि को तैयार करते समय एक गहरी जुताई कर तीन-चार जुताई कल्टीवेटर से कर लेनी चाहिए. फिर खेत को समतल बना लें. इसके अलावा जुताई के समय 15-20 टन सड़ी हुई गोबर खाद या कंपोस्ट खाद जमीन में मिला दें ताकि उपज अच्छी मिले. इसके अलावा छह बोरी यूरिया, 10 बोरी सिंगल सुपर फास्फेट और तीन बोरी पोटाश प्रति हेक्टेयर के हिसाब से खेतों में मिला दें. साथ ही यूरिया की दूसरी और तीसरी मात्रा को रोपाई के 30 दिन और 45 दिन बाद पौधों के आसपास कतारों के बीच में दें.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today