UP News: खेती किसानी में फसलों से बेहतरीन पैदावार लेने के लिए खाद और उर्वरक (Fertilizer Management) का प्रयोग किया जाता है. उप्र कृषि निदेशालय की रिपोर्ट के अनुसार, तय लक्ष्य के सापेक्ष यूरिया-डीएपी खास का पर्याप्त कोटा मौजूद है. प्रदेश में रासायनिक उर्वरकों की उपलब्धता पर अगर नजर डाले तो आंकड़ा इस प्रकार हैं.
1- यूरिया 23.06 लाख मी.टन
2- डीएपी 3 लाख 86 हजार मी.टन
3- एनपीके 2 लाख 90 हजार मी.टन
4- एसएसपी 2 लाख 70 हजार मी.टन
5- एमओपी (पोटाश) 65 हजार मी.टन
मामले में यूपी के कृषि निदेशक डॉ जितेंद्र कुमार तोमर ने इंडिया टुडे के किसान तक से बातचीत में बताया कि यदि किसी किसान भाई को उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले के किसी ब्लाक और न्याय पंचायत की खाद की दुकानों पर उपरोक्त खादों में मिलने में कठिनाई हो तो अपने पूर्ण विवरण जिला, ब्लाक, समिति के नाम या कस्बे के दुकान का नाम के विवरण के साथ भेजें, जिससे आपकी समस्या का शीघ्र निराकरण हो सके. उन्होंने खास की कालाबाजारी और तस्करी के सवाल पर कहा कि प्रदेश के समस्त जिला कृषि अधिकारियों को एक दिन में 2 बार खाद की दुकानों की चेकिंग निर्देश जारी किया गया है. जिससे उर्वरकों की तस्करी करने वालों पर शिंकजा सका जा सकें.
डॉ तोमर ने आगे बताया कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेठी पहले से गठित है. जिसमें एसडीएम, तहसीलदार, फर्टिलाइजर के अधिकारी और जिला कृषि अधिकारी शामिल है. यह टीम एक महीने में 3-4 बार खाद की दुकानों पर छापेमारी करती है. अगर कोई शिकायत मिलती है, तो उस दुकानदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है. उन्होंने किसान से अपील करते हुए कहा कि निर्धारित मूल्य पर यूरिया की खरीद करके रसीद प्राप्त करें. वहीं सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक किसान यूरिया, डीएपी खरीद सकते है.
कृषि निदेशक डॉ जितेंद्र कुमार तोमर ने बताया कि नियमों के मुताबिक यदि कोई विक्रेता निर्धारित मानकों से अधिक मात्रा या अनाधिकृत उर्वरक बेचता पाया जाता है, तो प्रशासन की तरफ से सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं किसान द्वारा ओवर रेटिंग की शिकायत मिलने पर दुकान का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा. उन्होंने बताया कि स्रोतों से जानकारी प्राप्त हो रही है कि कम्पनियां यूरिया, डीएपी, एसएसपी एवं एनपीके उर्वरको को शीघ्र बिक्री करने पर इन्सेन्टिव देने का प्रलोभन दे रही है, इसलिए फुटकर उर्वरक विक्रेताओं के द्वारा उर्वरको को बिना वास्तविक बिक्री किये उसको फर्जी तरीके से जान पहचान वाले कृषकों की बायो मेट्रिक करवाकर पीओएस मशीन से बिक्री की जा रही है.
खेती-किसानी के लिए उर्वरकों की संतुलित मात्रा निर्धारित (Balanced Amount of Fertilizers Prescribed) करने के बाद उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग ने विकास भवन में एक कंट्रोल रूम भी खोला है. यदि उर्वरक विक्रेता या किसान इससे जुड़ी अवैध गतिविधियों में शामिल होता है तो टोल फ्री नंबर- 9198938099 और 7839882167 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
खाद आपूर्ति को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है. प्रदेश के लगभग हर जनपद में 20-25 दिन की खाद उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि खाद से जुड़ी समितियों के पास भी पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है. सीएम योगी ने कहा कि प्रत्येक किसान को उसकी जरूरत के अनुसार समय से खाद प्राप्त हो, यह सुनिश्चित किया जाए. खाद की कालाबाजारी और तस्करी कर किसानों के हितों से खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
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