![यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और केंद्रीय सचिव उर्वरक मंत्रालय रजत कुमार मिश्रा](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/styles/medium_crop_simple/public/images/story/202312/409431040_898336301650219_3438305867786912175_n.jpg)
![इन उर्वरकों में यूरिया, डीएपी, एसएसपी, एमओपी, सल्फर, जिंक और बोरान आदि शामिल हैं. (Photo-Kisan Tak) इन उर्वरकों में यूरिया, डीएपी, एसएसपी, एमओपी, सल्फर, जिंक और बोरान आदि शामिल हैं. (Photo-Kisan Tak)](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/images/story/media_bank/202312/65753430de3bb-photo-kisan-tak-104447949-16x9.png?size=948:533)
UP News: खेती किसानी में फसलों से बेहतरीन पैदावार लेने के लिए खाद और उर्वरक (Fertilizer Management) का प्रयोग किया जाता है. इसी क्रम में वाराणसी एक निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने केंद्रीय सचिव उर्वरक मंत्रालय रजत कुमार मिश्रा से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान कृषि मंत्री ने 6 से 7 रैक प्रतिदिन आपूर्ति करने के संबंध में केंद्रीय सचिव से चर्चा की. कृषि मंत्री शाही ने किसानों को कही भी कोई कमी उर्वरक की न हो इस बारे मे कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए.
यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने निर्देश देते हुए कहा कि 50000 MT यूरिया को तत्काल आवंटन फील्ड के लिए कर दिया जाए. वहीं प्रदेश में नैनो यूरिया एवं नैनो DAP का प्रदर्शनी आयोजित किया जाए. मंत्री ने उर्वरकों की उपलब्धता सभी विकास खंड में कराई जाने के आदेश देते हुए कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों मे भी सभी केंद्रों पर उर्वरक उपल्ब्ध करवा दिए जाए.
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने सरसों, आलू और गेहूं की खेती के लिए प्रति हेक्टेयर जमीन के हिसाब से खाद और उर्वरक संतुलित मात्रा निर्धारित कर दी है. इन उर्वरकों में यूरिया, डीएपी, एसएसपी, एमओपी, सल्फर, जिंक और बोरान आदि शामिल हैं. अब से बाजार में ये सभी उर्वरक जमीन और फसल की आवश्यकता के अनुसार ही उपलब्ध करवाये जाएंगे.
खेती-किसानी के लिए उर्वरकों की संतुलित मात्रा निर्धारित (Balanced Amount of Fertilizers Prescribed) करने के बाद उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग ने विकास भवन में एक कंट्रोल रूम भी खोला है. यदि उर्वरक विक्रेता या किसान इससे जुड़ी अवैध गतिविधियों में शामिल होता है तो टोल फ्री नंबर- 730 2640 291 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
अकसर कई विक्रेताओं निर्धारित मात्रा और कीमत से अधिक महंगे दामों पर उर्वरक की बिक्री (Fertilizer Selling Price)करते हैं, जिससे किसानों को नुकसान झेलना पड़ता है. इसके अलावा, कई किसान उर्वरकों को अधिक मात्रा में खरीदकर उनकी काला बाजारी करते हैं. ऐसी ही अवैध गतिविधियों को रोकने के लिये उत्तर प्रदेश कृषि विभाग (Uttar Pradesh Agriculture Department) ने फसलों के लिये उर्वरकों की मात्रा निर्धारित कर दी है.
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