रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा है कि अगले वित्त वर्ष में खादों की बिक्री में 4-5 परसेंट की वृद्धि देखी जा सकती है. क्रिसिल ने कहा है कि वित्त वर्ष 2025 में मॉनसून सामान्य रहने और खुदरा महंगाई स्थिर रहने से खेती-बाड़ी का काम अच्छा चलेगा. इससे खादों के दाम में बढ़ोतरी देखी जा सकती है. ऐसा देखा जाता है कि जिस साल मॉनसून की बारिश अच्छी होती है, उस साल खादों की बिक्री अधिक होती है. बारिश सही होने से किसान अधिक करते हैं जिससे खादों की मांग में बढ़ोतरी देखी जाती है. अगले वित्त वर्ष में कुछ ऐसी ही स्थिति देखी जा सकती है.
क्रिसिल रेटिंग्स ने एक बयान में कहा है कि कॉम्प्लेक्स फर्टिलाइजर की बिक्री अगले वित्त वर्ष में 4-5 परसेंट की एतिहासिक वृद्धि हासिल कर सकती है जबकि मौजूदा साल में यह वृद्धि 7-8 परसेंट की रही है. अभी खादों के कच्चे माल की महंगाई नीचे चल रही है. इससे सरकार को भी खाद सब्सिडी देने में सहूलियत रहेगी. अभी हाल में सरकार ने एनबीएस खादों की सब्सिडी बढ़ाने का ऐलान किया था. इससे भी खादों की बिक्री में तेजी आने की संभावना है. दूसरी ओर खादों के कच्चे माल सस्ते होने से खाद कंपनियों की लागत घटेगी और फायदा बढ़ेगा.
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सरकार ने गुरुवार को खरीफ सीजन के लिए फॉस्फेटिक और पोटाश (पीएंडके) उर्वरकों पर 24,420 करोड़ रुपये की सब्सिडी की घोषणा की और कहा कि किसानों को 1,350 रुपये प्रति क्विंटल की दर से मिट्टी का प्रमुख पोषक तत्व डीएपी मिलता रहेगा. डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) के साथ, सरकार ने कहा कि अन्य प्रमुख पीएंडके उर्वरकों की खुदरा कीमतें स्थिर रहेंगी.
2024 खरीफ सीजन के लिए नाइट्रोजन (एन) पर सब्सिडी 47.02 रुपये प्रति किलोग्राम, फॉस्फेटिक (पी) पर 28.72 रुपये प्रति ग्राम, पोटाश (के) पर 2.38 रुपये प्रति किलोग्राम और सल्फर (एस) पर 1.89 रुपये प्रति किलोग्राम तय की गई है. फॉस्फेटिक उर्वरकों पर सब्सिडी 2023 रबी सीजन के लिए 20.82 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़ाकर 2024 खरीफ सीजन के लिए 28.72 रुपये प्रति किलोग्राम कर दी गई है. हालांकि, 2024 ख़रीफ़ सीज़न के लिए नाइट्रोजन (एन), पोटाश (के) और सल्फर (एस) पर सब्सिडी पहले की तरह रखी गई है. उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है.
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इस सब्सिडी के साथ, डीएपी, जो वर्तमान में 1,350 रुपये प्रति बैग (50 किलोग्राम) पर बेचा जाता है, आगामी 2024 खरीफ सीजन में उसी दर पर उपलब्ध रहेगा. सरकार के मुताबिक, म्यूरेट ऑफ पोटाश (एमओपी) 1,670 रुपये प्रति बैग पर उपलब्ध रहेगा, जबकि एनपीके 1,470 रुपये प्रति बैग पर उपलब्ध रहेगा.
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