scorecardresearch
वर्मी कंपोस्ट को पुष्ट खाद कैसे बनाएं, अधिक उपज पाने के लिए ये चार तरीके अपनाएं

वर्मी कंपोस्ट को पुष्ट खाद कैसे बनाएं, अधिक उपज पाने के लिए ये चार तरीके अपनाएं

वर्मी कंपोस्ट एक बेहतर जैविक खाद है. इसे केंचुआ खाद भी कहा जाता है. यह खाद केंचुआ और गोबर की मदद से बनाई जाती है. इसे तैयार होने में लगभग डेढ़ महीने लगते हैं. यह खाद वातावरण को प्रदूषित नहीं होने देती है.

advertisement
वर्मी कंपोस्ट को पुष्ट खाद कैसे बनाएं वर्मी कंपोस्ट को पुष्ट खाद कैसे बनाएं

मौजूदा समय में खेती-किसानी में जैविक खाद की खूब चर्चा है. कई किसान जैविक खाद से अपनी खेती कर रहे हैं और इसमें उन्हें तेजी से सफलता भी मिल रही है. इस खाद में पूरी तरह से प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं यह खेती किसानी के लिए इतनी लाभदायक है कि किसान इसे लंबे समय तक आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें लागत कम आती है और उत्पादन में बढ़ोतरी होती है. इसलिए किसानों को इस खाद के उपयोग से ज्यादा फायदा होता है. जैविक खाद को एक टिकाऊ बिजनेस मॉडल के तौर पर भी विकसित किया जा रहा है.

दरअसल खेती में रसायनों के बढ़ते इस्तेमाल के कारण मिट्टी अपनी उपजाऊ शक्ति खोती जा रही है. इससे साल दर साल फसलों का उत्पादन कम होता जा रहा है. ऐसी ही समस्याओं को देखते हुए किसान तेजी से जैविक खाद की ओर तेजी से रुख कर रहे हैं. किसान जैविक खाद में कई तरीके से खाद बनाते हैं जिसमें वर्मी कंपोस्ट यानी केंचुआ खाद शामिल है. पर क्या आप जानते हैं कि वर्मी कंपोस्ट को पुष्ट खाद कैसे बनाएं. पुष्ट यानी इसे और मजबूत खाद कैसे बनाएं? पुष्ट खाद बनाने के लिए अपनाएं ये चार तरीके.

पुष्ट खाद बनाने का तरीका

1. जैव उर्वरकों के साथ प्रयोग- एजेक्टोबैक्टर, एजोस्पाइस्लिम, फास्फोरस घुलनशील जैव उर्वरक, पोटेशियम घुलनशील जैव उर्वरक, पौध वृद्धि हार्मोन्स आदि को 1 या 2 किलो की मात्रा से प्रति टन वर्मी कंपोस्ट में मिलाने से पुष्ट खाद बन जाती है. साथ ही उसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश की उपलब्धता बढ़ती है.
2. जैव नियंत्रकों के साथ प्रयोग-  नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश आदि को 1 से 2 किलो की मात्रा में एक टन तैयार वर्मी कंपोस्ट में मिलाने से पुष्ट खाद बनकर तैयार हो जाती है. इससे पौधों की ग्रोथ में फायदा मिलता है. साथ ही पौधों में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है.
3. रॉक फास्फेट के साथ प्रयोग- 20 रॉक फास्फेट को एक टन तैयार वर्मी कंपोस्ट में मिलाने से पुष्ट खाद में फास्फोरस की मात्रा में बढ़ोतरी होती है.
4. खनिज तत्वों के साथ प्रयोग- 20 खनिज तत्वों को एक टन तैयार वर्मी कंपोस्ट में मिलाने से न केवल पौधों को पोषक तत्वों की पूर्ति होती है बल्कि पौधों के हार्मोन्स को बढ़ाने में भी सहायक होता है.

वर्मी कंपोस्ट क्या है?

वर्मी कंपोस्ट एक बेहतर जैविक खाद है. इसे केंचुआ खाद भी कहा जाता है. यह खाद केंचुआ और गोबर की मदद से बनाई जाती है. इसे तैयार होने में लगभग डेढ़ महीने लगते हैं. यह खाद वातावरण को प्रदूषित नहीं होने देती है. इस खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. जो फसलों को तेजी से विकास में मदद करता है और मिट्टी को बेकार नहीं होने देता है.