अमेरिका स्थित अग्रणी एग्री-टेक कंपनी कोर्टेवा एग्रीसाइंस (Corteva Agriscience) ने शुक्रवार को अपने प्रमुख कीटनाशक उत्पाद ‘डेलिगेट’ (Delegate) में नए अपडेट की घोषणा की. कंपनी ने इसे भारत में मक्का (कॉर्न), कपास और मिर्च की फसलों के लिए एकीकृत कीट प्रबंधन (Integrated Pest Management – IPM) का अहम साधन बताया है. कंपनी ने एक बयान में कहा कि नए अपडेट का उद्देश्य ‘Delegate’ की प्रभावशीलता को फॉल आर्मीवॉर्म (Fall Armyworm) जैसे विनाशकारी कीटों से मक्का की सुरक्षा और थ्रिप्स (Thrips) से कपास और मिर्च की रक्षा में और अधिक सटीक बनाना है.
साथ ही, यह उत्पाद मधुमक्खियों और अन्य उपयोगी कीटों जैसे प्राकृतिक परभक्षियों के लिए सुरक्षित बना रहेगा. कंपनी के अनुसार, यह अपडेट रासायनिक संरचना में बदलाव नहीं, बल्कि छिड़काव के सही समय पर केंद्रित है. मक्का के लिए Corteva ने बुवाई के 15 से 25 दिन बाद पहला छिड़काव और 30 से 35 दिन बाद दूसरा छिड़काव करने की सिफारिश की है, जिससे फॉल आर्मीवॉर्म से सुरक्षा और भुट्टे की गुणवत्ता में सुधार हो सके.
कपास फसल के लिए फूल आने के समय पहला छिड़काव और बॉल बनने के चरण में दूसरा छिड़काव करने की सलाह दी गई है, जिससे थ्रिप्स और लेपिडॉप्टेरन कीटों पर नियंत्रण पाया जा सके. वहीं मिर्च की फसलों में फूल और प्रारंभिक फल बनने के चरणों के दौरान लक्षित स्प्रे करने से थ्रिप्स के नुकसान से बचाव हो सकता है.
कंपनी ने बताया कि Delegate की लंबे समय तक असर करने वाली (residual) क्षमता किसानों को बार-बार छिड़काव की जरूरत कम करती है, जिससे मजदूरी और संसाधन लागत में कमी आती है. Corteva ने कहा कि भारतीय किसान कई वर्षों से Delegate का उपयोग कर रहे हैं, जिससे उन्हें कीट नियंत्रण के साथ-साथ पर्यावरणीय संतुलन और टिकाऊ कृषि को भी बढ़ावा मिला है. कंपनी के अनुसार, यह पहल भारत के कृषि क्षेत्र में सटीक कृषि समाधान (precision agriculture solutions) को मजबूत करने की दिशा में एक और कदम है. (पीटीआई)
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