खेतों में रसायनिक उर्वरकों के बिना पैदावार बढ़ा पाना मुश्किल है. यही वजह है कि देश में खाद की मांग हमेशा जोरों पर रहती है, जिसकी वजह से कई बार समय पर खाद की आपूर्ति न हो पाने से किसानों की पैदावार प्रभावित होने के साथ- साथ खाद की कीमत भी काफी बढ़ जाती है. देश में खाद की तेज मांग और आपूर्ति में कमी की वजह से कई लोग खाद को मनमानी भाव लगाकर बेच रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर देश के अलग अलग इलाकों में नकली खाद बनाकर बेचने का मामला भी तेजी से सामने आ रहा है. ताजा मामला छत्तीसगढ़ का है. जहां एक गांव में नकली खाद बनाने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
छत्तीसगढ़ के बालोद जिला में नकली खाद पकड़ी गई है. दरअसल बालोद जिला कृषि उप संचालक को जिले के कोसागोदी गांव में नकली खाद बनाए जाने की सूचना मिली थी. जिस पर अधिकारियों की टीम ने गांव में दबिश दे कर भूपेंद्र साहू के घर से 60 बोरी नकली खाद पकड़ी है. आरोपी के घर में खाली बोरियों के अलावा डीएपी की बोरियों मे स्वैल कंडीशनर नकली खाद भर पैकिंग किया जा रहा था, जिसको देखने के बाद अधिकारी हैरान रह गए. उन्होंने खाद की बोरियों को प्रारंभिक जांच नें नकली पाया है. जिसके बाद पंचनामा के तहत कार्रवाई करते हुए सभी 60 बोरियों को जब्त कर सैंपल जांच के लिए भेज दिया है.
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कृषि उपसंचालक जीएस धुर्वे ने बताया कि उन्हें कोसागोदी गांव में नकली खाद बनाए जाने की जानकारी मिली. वहां पहुंचने पर पता चला कि भूपेंद्र साहू के घर डीएपी की बोरी में स्वैल कंडीशनर भरकर पैकिंग की जा रही थी, जो कि पहली बार देखने पर नकली खाद लग रही थी.भूपेंद्र साहू के अलावा उसके एक दोस्त के भी शामिल होने की जानकारी मिली है. ये दोनों यह खाद निश्चित रूप से बेचने के लिए बना रहे थे. इसे जब्त कर जांच के लिए सैंपल भेजा गया है. जांच की रिपोर्ट आने के बाद आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
इन दिनों नकली खाद बनाने का मामला तेजी से सामने आ रहा है. देश में खाद की कमी और मांग में तेजी के कारण लोग नकली खाद बना कर बेच रहे हैं. बीते दिनों यूपी के गाजियाबाद में भी नकली खाद पकड़े जाने का मामला सामने आया था.
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