गर्मी के मौसम में तरबूज और खरबूज की बिक्री बढ़ जाती है. तेज धूप और गर्मी से बचने के लिए सबसे ज्यादा रसीले फलों को पसंद किया जाता है. तरबूज और खरबूज ऐसे फल हैं, जो उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में उत्पादित किए जाते हैं. बाजार में जब ग्राहक इन फलों को खरीदना है. वह अपने-अपने तरीकों से इनके मीठे होने की पहचान भी करता है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो बिना पहचान के ही इन फलों को खरीदते हैं, लेकिन मीठा ना होने पर वह खुद को ठगा महसूस भी करते हैं. आज किसान तक कुछ ऐसे खास टिप्स (Sweet muskmelon tips) बताने जा रहा है, जिनके माध्यम से आप मीठे खरबूजे की पहचान बड़े आसानी से कर सकते हैं.
खरबूज के स्किन को देखकर करें पहचान
खरबूज के सबसे बाहरी हिस्से को देखकर मीठे होने की पहचान बड़े आसानी से कर सकते हैं. खरबूज के उत्पादन करने वाले किसान सोनू ने बताया कि आजकल बाजार में खरबूज की कई किस्में मौजूद हैं. वर्तमान में खरबूज की बॉबी किस्म को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. इस किस्म की खरबूज बड़ी धारियां नहीं होती हैं, बल्कि इन के ऊपरी हिस्से पर आड़ी तिरछी लाइनें बनी होती हैं. जो खरबूज मीठा होता है उस पर जाली नुमा लाइने ज्यादा होती है. वहीं कम मीठे तरबूज में यह लाइनें कम और रंग भी पीलापन और चिकना होता है.
खरबूजे का रंग देखकर करें पहचान
खरबूजे का रंग देखकर भी पहचान की जा सकती है. मीठे खरबूजे की बाहरी परत पर हरी धारियां होती हैं, जबकि खरबूजे की बाहरी परत अगर पीलेपन लिए हो तो वह कम मीठा होता है. वहीं अगर खरबूजे का रंग हरे रंग का हो तो इसमें मिठास की मात्रा कम होती है.
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मीठे खरबूजे की पहचान करने के लिए निचले हिस्से को जरूर देखें. अगर खरबूजा नीचे से गहरे रंग का है तो वह मीठा होगा. अगर खरबूजे का निचला हिस्सा सामान्य है तो उसे खरीदने से बचना चाहिए. ऐसा खरबूजा मीठा नहीं होता है.
खुशबू से करें पहचान
खरबूजे की खुशबू से भी पहचान होती है. खरबूजे की खेती करने वाले सोनू बताते हैं कि देसी वैरायटी की खरबूजे को खरीदते समय उसको सूंघना चाहिए.अगर खरबूजा मीठा होगा तो उसमें अच्छी सुगंध आती है, जबकि खरबूजे में कम खुशबू आने से इसमें मिठास की मात्रा कम होती है. खरबूजा अगर पका हुआ होता है तो उसमें खुशबू आती है.
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