Roj Ek Recipe: एक बार खाओगे… बार-बार बनाओगे! ज्वार की क्रिस्पी भाकरवड़ी

Roj Ek Recipe: एक बार खाओगे… बार-बार बनाओगे! ज्वार की क्रिस्पी भाकरवड़ी

भाकरवड़ी एक स्पाइसी, क्रिस्पी और रोल्ड स्नैक है, जिसे खास मसालों से भरा जाता है. सामान्य तौर पर इसे मैदा से बनाया जाता है, लेकिन यहां ज्वार, चने के आटे और दालों के मिश्रण से तैयार किया जाता है, जिससे यह पौष्टिक और हेल्दी बन जाती है.

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Roj Ek Recipe: एक बार खाओगे… बार-बार बनाओगे! ज्वार की क्रिस्पी भाकरवड़ीज्वार की क्रिस्पी भाकरवड़ी

क्या आप भी चाय के साथ कुछ कुरकुरा, मसालेदार और दिल को खुश कर देने वाला स्नैक ढूंढते रहते हैं? तो तैयार हो जाइए एक ऐसी रेसिपी से मिलने के लिए जो न सिर्फ स्वाद में बेस्ट है, बल्कि सेहत में भी सुपरहिट-ज्वार की भाकरवड़ी! जहां बाजार की भाकरवड़ी ज़्यादा तेल और मैदे से भरी होती है, वहीं यह घर की बनी ज्वार वाली भाकरवड़ी आपको देगी स्वाद का मज़ा भी और पोषण का साथ भी. बच्चों को पसंद आए, मेहमानों को भाए और चाय के साथ तो क्या ही कहने! तो आइए जानते हैं इसके बनाने की आसान सी इस रेसिपी के बारे में.

ज्वार की भाकरवड़ी क्या है?

भाकरवड़ी एक स्पाइसी, क्रिस्पी और रोल्ड स्नैक है, जिसे खास मसालों से भरा जाता है. सामान्य तौर पर इसे मैदा से बनाया जाता है, लेकिन यहां ज्वार, चने के आटे और दालों के मिश्रण से तैयार किया जाता है, जिससे यह पौष्टिक और हेल्दी बन जाती है. इसकी सबसे खास बात यह है कि इसे लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है.

भाकरवड़ी में इस्तेमाल होने वाले खास मसाले

ज्वार की भाकरवड़ी का असली स्वाद इसके मसाले में होता है. इस मसाला मिश्रण में कई स्वादिष्ट और सुगंधित चीज़ें शामिल होती हैं- काली मिर्च, तिल, सौंफ, जीरा, चीनी, बादाम, धनिया, नमक, चाट मसाला, लाल मिर्च और खसखस का पाउडर. ये सभी मसाले न सिर्फ स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि पाचन के लिए भी अच्छे होते हैं. तिल और खसखस इसमें हल्की मिठास और क्रंच जोड़ते हैं, जबकि काली मिर्च और लाल मिर्च इसे तीखापन देते हैं. चाट मसाला इसे बिल्कुल परफेक्ट चटपटापन प्रदान करता है.

पराठे जैसा नहीं, पर रोल करके बनती है भाकरवड़ी

भाकरवड़ी का आटा भी कई तरह के आटे मिलाकर बनाया जाता है. ज्वार के आटे के साथ उड़द दाल, चना दाल का बेसन और गेहूं का आटा मिलाकर एक सॉफ्ट और थोड़ा टाइट आटा तैयार किया जाता है. इसमें थोड़ा तेल भी मिलाया जाता है ताकि रोल आसान बने और भाकरवड़ी तलने पर कुरकुरी बने.

आटा तैयार होने के बाद छोटी-छोटी लोइयाँ बनाकर उन्हें गोल बेल लिया जाता है. इन बेले हुए गोल आकारों पर मसाले की परत लगाई जाती है. फिर इन्हें रोल किया जाता है और छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लिया जाता है. यही छोटे रोल बाद में भाकरवड़ी की शेप बन जाते हैं.

कुरकुरी भाकरवड़ी ऐसे तली जाती है

कटे हुए रोल को गर्म तेल में धीमी आंच पर तला जाता है. धीरे-धीरे तलने से भाकरवड़ी पूरी तरह कुरकुरी बनती है और अंदर का मसाला भी अच्छी तरह पक जाता है. जब वे सुनहरे रंग की हो जाती हैं, तो उन्हें तेल से निकालकर ठंडा होने दिया जाता है.

ठंडा होने के बाद इन्हें एयरटाइट कंटेनर में स्टोर किया जा सकता है. एक बार बनाकर रख लें, तो कई दिनों तक चाय के साथ इसका मज़ा लिया जा सकता है.

स्वाद और सेहत का बेहतरीन मेल

ज्वार की भाकरवड़ी सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं होती, बल्कि सेहत के लिए भी अच्छी होती है. ज्वार में फाइबर अधिक होता है, जिससे यह पाचन में मदद करती है. दाल और बेसन इसमें प्रोटीन जोड़ते हैं. तिल और बादाम इसे और पौष्टिक बनाते हैं. यह हल्का, कुरकुरा और मसालेदार स्नैक बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को पसंद आएगा.

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