पशुओं के लिए बड़े काम की हैं अन्ननास की पत्तियां, एक से डेढ़ लीटर तक बढ़ जाएगा दूध

पशुओं के लिए बड़े काम की हैं अन्ननास की पत्तियां, एक से डेढ़ लीटर तक बढ़ जाएगा दूध

आईसीएआर ने बताया है कि अन्ननास के पत्तों को वैज्ञानिक तरीके से प्रीजर्व करके चारा बनाया जा सकता है. इस चारे को टोटल मिक्स्ड राशन यानी कि TMR कहा जाता है. टीएमआर को हिंदी में कुल मिश्रित राशन कहते हैं जिसमें एक साथ कई खाद्य पदार्थों को मिलाया जाता है और पशुओं को खिलाया जाता है. खासकर गाय और भैंसों को. टीएमआर में चारे के साथ साबूत कपास के बीज, अनाज, प्रोटीन, खनिज और विटामिन मिलाए जाते हैं.

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पशुओं के लिए बड़े काम की हैं अन्ननास की पत्तियां, एक से डेढ़ लीटर तक बढ़ जाएगा दूधबड़े काम की अन्ननास की पत्तियां

पशुपालकों के लिए सबसे बड़ी समस्या पशुओं के चारे की होती है. पशुपालन हमेशा इस फिक्र में रहता है कि अपने पशु के लिए सालभर चारे की व्यवस्था कैसे करें. अगर दुधारू पशु हो तो यह चिंता और भी गहरी हो जाती है. दुधारू पशुओं को हर तरह का चारा नहीं खिला सकते. दुधारू पशुओं को वैसा ही चारा दिया जाता है जो उसकी सेहत के लिए उपयुक्त हो. हारा चारा हमेशा उपलब्ध नहीं होता. ऐसे में किसान हर उस विकल्प पर गौर करता है जो उसके दुधारू पशु के लिए सेहतमंद और आसानी से उपलब्ध हो सके. इसके लिए ICAR ने एक अच्छी जानकारी दी है. यह जानकारी अन्ननास के पत्तों को लेकर है.

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् यानी कि आईसीएआर ने बताया है कि अन्ननास के पत्तों को वैज्ञानिक तरीके से प्रीजर्व करके चारा बनाया जा सकता है. इस चारे को टोटल मिक्स्ड राशन यानी कि TMR कहा जाता है. टीएमआर को हिंदी में कुल मिश्रित राशन कहते हैं जिसमें एक साथ कई खाद्य पदार्थों को मिलाया जाता है और पशुओं को खिलाया जाता है. खासकर गाय और भैंसों को. टीएमआर में चारे के साथ साबूत कपास के बीज, अनाज, प्रोटीन, खनिज और विटामिन मिलाए जाते हैं. आईसीएआर के मुताबिक, टीएमआर बनाने के लिए अन्ननास के पत्तों को इस्तेमाल किया जा सकता है.

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अन्ननास के पत्ते चारे में प्रयोग करने के कई फायदे हैं. सबसे बड़ा फायदा ये कि ये पत्तियां अधिक मात्रा में पाई जाती हैं. अन्ननास का फल लेने के बाद पत्तियों को फेंक दिया जाता है या उसे बेकार माना जाता है. लेकिन अब इसे प्रीजर्व करके पशु चारे में प्रयोग कर सकते हैं. केरल के एर्नाकुलम में ऐसा किया जा रहा है जहां पशुपालक इसे पशु चारे में उपयोग कर रहे हैं. एर्नाकुलम में अन्ननास की खेती बड़े पैमाने पर होती है.

पत्तियों से ऐसे बनाएं चारा

अगर वैज्ञानिक तरीके से अन्ननास की पत्तियों को रखा जाए तो उसकी शेल्फ लाइफ 7-10 दिन से बढ़कर एक साल तक जा सकती है. यानी ये पत्तियां एक साल तक पशुओं के चारे के रूप में इस्तेमाल की जा सकती हैं. इससे पशुपालकों की चारे की चिंता दूर होगी. पत्तियों को प्रीजर्व करने का तरीका खास होता है. 

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ICAR के मुताबिक, सबसे पहले अन्ननास की पत्तियों को छांट लेना है. कटी-फटी या खराब पत्तियों को हटा देना है. स्वस्थ और अच्छी पत्तियों की 100 किलो की मात्रा एक साथ लेनी है और उसमें 2 किलो गुड़ मिला देना है. इसी मिक्सचर में आधा किलो नमक भी डालना है. फिर इस पूरे मिक्सचर को किसी एयरटाइट बर्तन में बंद कर देना है. कुछ दिन में आपका यह टीएमआर तैयार हो जाएगा. यह पशुओं के लिए सेहतमंद चारा साबित होगा.

बढ़ जाएगी दूध की मात्रा

अपने दुधारू पशुओं को 5-10 किलो यह चारा हर दिन खिला सकते हैं. हालांकि इसकी मात्रा बढ़ाने के लिए इसमें और भी घास आदि मिलाया जा सकता है. इस टीएमआर में आप घास, सूखा चारा, दाना भी मिलाकर पशु को दे सकते हैं. इस चारे को खिलाने से पशुओं के दूध उत्पादन में एक से 1.5 लीटर की बढ़ोतरी हो सकती है और दूध में 0.3 से 0.5 परसेंट तक फैट की मात्रा बढ़ सकती है.

 

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