Gardening Tips: पौधों के लिए चावल के पानी का इस्तेमाल: जादू या मिथ? जानें 

Gardening Tips: पौधों के लिए चावल के पानी का इस्तेमाल: जादू या मिथ? जानें 

चावल के पानी में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों के साथ-साथ विटामिन और खनिज भी पाए जाते हैं.  इसमें मौजूद स्टार्च मिट्टी की सेहत को सुधारता है और उसमें नमी बनाए रखने में मदद करता है. हालांकि, इसे सही तरीके से डाइल्‍यूट करना बहुत जरूरी है, ताकि फंगस या बैक्टीरिया न पनपे. साथ ही, ध्यान रखें कि चावल का पानी नियमित खाद का विकल्प नहीं है.

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Gardening Tips: पौधों के लिए चावल के पानी का इस्तेमाल: जादू या मिथ? जानें पौधों पर चावल के पानी का प्रयोग ध्‍यान से करें

अक्‍सर आपने सुना होगा कि पौधों के लिए चावल का पानी फायदेमंद रहता है. पौधों के लिए चावल का पानी इस्तेमाल करना कोई मिथ है या ये वाकई कोई जादू है तो इस पर आपको बता दें कि इसका सही मात्रा में प्रयोग जादुई है. लेकिन अगर गलत तरीके से इसे प्रयोग किया जाए तो फिर यह नुकसान दायक हो सकता है. चावल का पानी एक सरल, सस्ता और टिकाऊ प्राकृतिक सप्‍लीमेंट है. लेकिन फिर भी इसे जादुई खाद नहीं कहा जा सकता. यह जरूर है कि यह पौधों को हल्का पोषण देता है.

पाए जाते हैं कई पोषक तत्‍व 

चावल के पानी में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों के साथ-साथ विटामिन और खनिज भी पाए जाते हैं.  इसमें मौजूद स्टार्च मिट्टी की सेहत को सुधारता है और उसमें नमी बनाए रखने में मदद करता है. हालांकि, इसे सही तरीके से डाइल्‍यूट करना बहुत जरूरी है, ताकि फंगस या बैक्टीरिया न पनपे. साथ ही, ध्यान रखें कि चावल का पानी नियमित खाद का विकल्प नहीं, बल्कि एक सप्‍लीमेंट के तौर पर ही उपयोग किया जाना चाहिए. 

क्‍या हैं राइस वॉटर के फायदे 

  • चावल के पानी में पौधों की वृद्धि के लिए जरूरी  पोषक तत्व जैसे नाइट्रोजन (N), फॉस्फोरस (P) और पोटैशियम (K) पाए जाते हैं. 
  • पानी में मौजूद स्टार्च मिट्टी की संरचना को बेहतर करता है और उसमें लाभदायक सूक्ष्मजीवों की गतिविधि को बढ़ावा देता है. 
  • स्टार्च मिट्टी में पानी को रोककर रखता है, जिससे मिट्टी जल्दी सूखने से बचती है और पौधों को लंबे समय तक नमी मिलती रहती है. 
  • यह रसोई के कचरे री-यूज करने का एक नैचुरल और मुफ्त उपाय जिससे वेस्ट कम होता है और महंगे रासायनिक खादों की जरूरत घटती है. 
  • चावल के पानी में मौजूद खनिज और अमीनो एसिड कुछ हानिकारक कीटों को दूर रखने में मदद कर सकते हैं, जिससे पौधे अधिक स्वस्थ रहते हैं. 

कैसे करें इसे यूज 

  • चावल धोने के बाद बचा हुआ स्टार्चयुक्त पानी इकट्ठा करें. ध्यान रखें कि इसमें नमक या मसाले न मिले हों, क्योंकि ये पौधों के लिए हानिकारक हो सकते हैं. 
  • साधारण उपयोग के लिए चावल के पानी को साफ पानी के साथ 1:2 के अनुपात में मिलाएं. 
  • अगर आप फरमेंटेड चावल का पानी प्रयोग कर रहे हैं, तो इसे और अधिक पतला करें, करीब 1 भाग चावल का पानी और 10 भाग साफ पानी 
  • डाइल्‍यूट किए गए मिक्‍सचर को सीधे पौधों की जड़ों के पास मिट्टी में डालें. इसे पत्तियों पर छिड़कने के बजाय मिट्टी में देना बेहतर रहता है. 
  • इसे सप्ताह में एक बार या हर दो सप्ताह में एक बार यूज करें. बीच-बीच में सामान्य पानी से भी पौधों को सींचते रहें. 

इन बातों का हमेशा रखें ध्‍यान 

अगर आप राइस वॉटर यूज करना चाहते तो कुछ बातों का ध्‍यान रखें. चावल के पानी में मौजूद स्टार्च हाइड्रोपोनिक सिस्टम में बैक्टीरिया और फंगस को बढ़ा सकते हैं इसलिए इस तकनीक में इसे प्रयोग करने से बचें. हमेशा इस बात का ध्‍यान रखें कि यह सिर्फ एक सप्‍लीमेंट है मुख्य खाद नहीं. ऐसे में इसके ज्‍यादा प्रयोग से फंगस, दुर्गंध और पोषक असंतुलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. अक्‍सर लोग ज्‍यादा फायदे के लिए फर्मेंटेड राइस वॉट का प्रयोग करते हैं.  लेकिन अगर इसे ठीक से संभाला न जाए तो फफूंद लगने का खतरा बढ़ जाता है.

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