गमले में उगाएं अदरककिचन गार्डनिंग की ओर लोगों का रुझान काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. बहुत से लोग तो इसे शौक के तौर पर कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह से सब्जियों के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में ये लोगों की जरूरत बनती जा रही है. ऐसे में अगर आप भी गार्डनिंग करने के शौकीन हैं तो आप घर पर गमले में भी आसानी से अदरक उगा सकते हैं. ताजी अदरक न सिर्फ रसोई में काम आती है बल्कि बाग-बगीचे की शोभा भी बढ़ाती है. अदरक वाली चाय पीना हम सभी को बेहद पसंद होता है. वहीं, सर्दी आते ही अदरक का इस्तेमाल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. ऐसे में आज हम आपको गमले में अदरक उगाने का तरीका बता बताएंगे, जिससे आपको पूरे साल अदरक खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
अदरक उगाने की नींव यहीं से पड़ती है. बाजार से मिलने वाली साधारण अदरक के बजाय, अगर हो सके तो ऑर्गेनिक अदरक खरीदें. क्योंकि गैर-जैविक अदरक को कभी-कभी अंकुरण रोकने वाले रसायनों से उपचारित किया जाता है. अदरक ताजा, मोटा, चमकदार और किसी भी तरह की सड़न से मुक्त होनी चाहिए. अदरक के टुकड़े को लगभग 2-3 सेमी के हिस्सों में काट लें. फिर कटे हुए टुकड़ों को एक या दो दिन के लिए सूखने दें. इससे कटे हुए हिस्से मिट्टी में सड़ने से बचाती है.
अदरक की जड़ें फैलने वाली होती हैं इसलिए थोड़े बड़े गमले का चुनाव करें. गमला चौड़ा और गहरा होना चाहिए यानी कम से कम 12-14 इंच गहरा और 12-15 इंच चौड़ा हो. गमले के तले में जल निकासी के छेद होने चाहिए. इसके बाद गमले में अदरक उगाने के लिए, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी तैयार करें, जिसमें 50 फीसदी मिट्टी, 40 फीसदी गोबर की खाद, 10 फीसदी रेत शामिल करें.
अदरक का रोपण अक्टूबर में करना सबसे उत्तम होता है. गमले को तैयार मिट्टी के मिश्रण से लगभग 3/4 भाग तक भर लें. फिर अदरक के टुकड़ों को मिट्टी के ऊपर रखें, इस तरह कि अंकुर वाला हिस्सा (आंख) ऊपर की ओर रहे. अब अदरक के टुकड़ों को 1-2 इंच मिट्टी से हल्के से ढक दें. इसके बाद गमले को हल्की धूप वाली जगह पर रखें और मिट्टी को नम रखें लेकिन गीला नहीं करें.
गमले को ऐसी जगह रखें जहां तेज धूप न आती हो क्योंकि अदरक को हल्की छांव या आधी धूप वाली जगह पसंद है. इसे सीधी तेज धूप में रखने से इसकी पत्तियां जल सकती हैं. घर के अंदर रखें तो ऐसी खिड़की के पास रखें जहां सुबह की हल्की धूप आती हो. मिट्टी को नम रखें, गीला नहीं. अधिक पानी देने से अदरक सड़ सकती है. रोपण के लगभग 4-5 महीने बाद आप हरी अदरक की कटाई कर सकते हैं. यह नरम, पतली छिलके वाली और कम तीखी होती है. जरूरत के हिसाब से पौधे की कुछ जड़ें निकाल लें और बाकी को बढ़ने दें. वहीं, जब पौधे की पत्तियां पीली पड़कर सूखने लगें तो समझ जाएं कि अदरक तैयार है.
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