भारत में बड़े पैमाने पर अलग-अलग प्रकार के फसलों का उत्पादन किया जाता है. लेकिन बदलते वक्त में अब किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर आधुनिक फसलों की खेती की ओर तेजी से रुख कर रहे हैं. दरअसल फसलों की खेती के लिए आधुनिक तकनीक के आ जाने से कृषि क्षेत्र में किसानों को बेहतर मुनाफा भी हो रहा है. किसानों को इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि ये फसलें कम समय में पककर तैयार हो जाती हैं और बाजार में पूरे साल अच्छी मांग भी बनी रहती है. साथ ही अच्छे दाम भी मिल जाते हैं. लेकिन किसानों के लिए सबसे बड़ी एक चिंता अभी भी खत्म नहीं हुई है. वो है फसलों को रखने के लिए गोदाम की.
मसलन, धान और गेहूं के अलावा कई फसलों की शेल्फ लाइफ काफी कम होती है. इसलिए कटाई के बाद उनको खुले में रखना किसानों को नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में किसान अगर अपनी फसलों को रखने के लिए गोदाम बनवाने का लोन लेना चाहते हैं, तो उनके लिए एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF) स्कीम बेस्ट है. आप अगर इस स्कीम का लाभ लेना चाहते हैं तो आपको इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
भारत में एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF) कृषि सेक्टर के विकास और सुधार को बढ़ावा देने के लिए उपयोग किया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे सिंचाई सुविधाएं, गोदाम, कोल्ड स्टोरेज के विकास और निर्माण में निवेश करना है. भारत में सरकारी और निजी संस्थाएं इसके उपयोग को समर्थन करती हैं. एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड स्कीम में कोल्ड स्टोरेज, प्रोसेसिंग यूनिट्स, वेयरहाउस, पैकेजिंग यूनिट बनाने पर किसानों को 2 करोड़ रुपये तक के लोन पर अधिकतम 7 साल तक ब्याज में 03 फीसदी तक की छूट दी जाती है.
Agriculture Infrastructure Fund(#AIF) provides debt financing facilities for post-harvest management infrastructure & community farming assets. Here is a step-wise application process to avail the benefits of the scheme.#agrigoi #agriinfrafund #postharvestmanagement #farming pic.twitter.com/qGENpH6HPR
— Agriculture INDIA (@AgriGoI) April 17, 2024
1. इस योजना का लाभ लेने के लिए आधिकारिक वेबसाइट www.agriinfra.dac.gov.in पर विजिट करना होगा.
2. यहां आपको मांगी गई सभी जानकारी को भरना होगा.
3. इसके बाद सबमिट बटन पर क्लिक करते ही आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा.
4. आवेदन करने के दो दिन के बाद आवेदक का कृषि मंत्रालय द्वारा वेरिफिकेशन किया जाएगा.
5. इसके बाद आपको अन्य अन्य जरूरी फॉर्मेलिटी को पूरा करने के लिए अपने बैंक से संपर्क करना होगा.
6. वेरिफिकेशन होने के बाद आपको बैंक द्वारा पूरी जानकारी मिल जाएगी.
7. ये सारे काम होने के 60 दिनों के भीतर बैंक द्वारा लोन प्रोसेस हो जाएगा.
गोदाम एक ऐसी सुविधा है जहां वितरण या बिक्री से पहले अनाजों को सुरक्षित रखा जाता है. आमतौर पर गोदामों का उपयोग तैयार फसल के भंडारण और वितरण के लिए किया जाता है. इसके अलावा गोदाम के ये भी फायदे हैं कि किसान अपने अनाज को बारिश या अन्य प्राकृतिक घटनाओं से बचा सकते हैं. साथ ही यहां अनाजों को बहुत दिनों तक रखा जा सकता है, जिससे किसान अपनी फसलों को सही समय और सही दाम मिलने पर बेच सकें.
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