
हमारे देश में ज्यादातर लोग होम गार्डनिंग करने लगे हैं. पहले शहरों में रहने वाले लोग ही जगह की कमी के चलते बालकनी या छत में पौधे लगाते थे. अब गांव में रहने वाले लोग भी पौधों से घर सजाने लगे हैं. गार्डनिंग की बात आती है तो ज्यादातर लोग फूलों के पौधे ही लगाते हैं. फूल अपनी खुशबू और अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं. गार्डन में आमतौर पर गेंदा, गुलाब, गुड़हल और सदाबहार जैसे फूल ही लगाते हैं लेकिन हर कोई इनसे हटकर कुछ नया करना चाहता है. आज आपको 5 ऐसे फूलों के बारे में बताते हैं जो दिखने में गुलाब की ही तरह होते हैं लेकिन रंग और खुशबू में गुलाब से अलग होते हैं. आइए उन 5 फूलों के बारे में जान लेते हैं.
रानुनकुलस फूल धूप और हल्की छांव दोनों ही जगह में लगाए जा सकते हैं. ये फूल अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं. रानुनकुलस के एक फूल पर 120-130 तक पंखुड़ियां हो सकती हैं. ये सफेद, पीले, हल्के गुलाबी, लाल और हरे रंग के होते हैं. ये फूल ठंड की शुरुआत से मार्च महीने तक खिलते हैं.
गंधराज के फूलों को गार्डेनिया के नाम से भी जाना जाता है. ये फूल गर्मी और सर्दी यानी कि साल में दो बार खिलते हैं. गंधराज के फूलों के औषधीय गुण भी होते हैं जो सूजन और दर्द में आरामदायक होते हैं. इन फूलों को उगाने के लिए अधिक जगह की भी जरूरत नहीं होती है. बड़े गमले या टब में उगा सकते हैं.
लिसियांथस के फूल आपने पहले भी देखा होगा लेकिन इसका नाम नहीं जान रहे होंगे. आज हम बताते हैं, ये दिखने में काफी हद तक गुलाब की ही तरह होते हैं. लिसियांथस के फूलों की नाजुक पंखुड़ियां काफी खूबसूरत दिखती हैं. इनका इस्तेमाल सजावट के रूप में किया जाता है. ये फूल गर्मी और हल्के सूखे को भी आसानी से सहन करते हैं.
अडेनियम के फूल बहुत ही खास होते हैं. इन्हें रेगिस्तान का गुलाब कहा जाता है. ये फूल लाल या गुलाबी रंग के होते हैं. इन फूलों में 5 पंखुड़ियां होती हैं. सर्दी के महीने में इसके पत्ते गिरते हैं और फिर बहुत ही खूबसूरत और सुगंधित फूल आते हैं. इन फूलों की ऊंचाई दो से पांच फीट तक हो सकती है और इनकी उम्र 30 साल तक हो सकती है.
जैस्मीन के फूलों से आप सब अच्छी तरह से परिचित होंगे. ये भी गुलाब की ही तरह दिखते हैं. ये हमारे घरों में आसानी से लग जाते हैं. जैस्मीन अपनी खुशबू की वजह से फेमस होता है. इसके कई औषधीय गुण भी होते हैं. जैस्मीन के फूलों का उपयोग इत्र और खुशबूदार कॉस्मेटिक आइटम्स बनाने के लिए किया जाता है. इसे गमले में टहनियों से लगा सकते हैं.
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