Rajasthan: नए जिले बनने से गांवों में भी हो सकेगी एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग, नियंत्रण मंडल ने उठाया ये कदम

Rajasthan: नए जिले बनने से गांवों में भी हो सकेगी एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग, नियंत्रण मंडल ने उठाया ये कदम

नए जिले बनने पर पुराने जिलों में मौजूद कार्यालयों का विस्तार किया जा रहा है. वहीं, नए जिलों में अलग-अलग विभागों के ऑफिस भी खोले जा रहे हैं. इससे गांवों में भी एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग हो पाएगी.

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Rajasthan: नए जिले बनने से गांवों में भी हो सकेगी एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग, नियंत्रण मंडल ने उठाया ये कदमअब गांवों में भी होगी एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग. फोटो- RSPCB

राजस्थान में हाल ही में 19 नए जिले बनाए गए हैं. इस तरह अब प्रदेश में कुल 50 जिले हो गए हैं. नए जिले बनने पर पुराने जिलों में मौजूद कार्यालयों का विस्तार किया जा रहा है. वहीं, नए जिलों में अलग-अलग विभागों के ऑफिस भी खोले जा रहे हैं. ऐसे में गांव-गांव को प्रभावित करने वाले वायु प्रदूषण को लेकर भी राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल क्षेत्रीय अधिकारियों के अधिकार क्षेत्र को बढ़ा रहा है.

राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष शिखर अग्रवाल ने कहा है कि नए ज़िलों के बनने के साथ राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से नए ज़िलों पर भी प्रदूषण नियंत्रण के लिए मॉनिटरिंग  की जाएगी. 

अधिकारियों के क्षेत्रों का किया जा रहा विस्तार

मंडल के अध्यक्ष शिखर अग्रवाल ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि मंडल के क्षेत्रीय अधिकारियों के अधिकार क्षेत्र में विस्तार किया गया है. इससे नए ज़िलों में भी प्रदूषण की मॉनिटरिंग की जा सकेगी. प्रदूषण की मॉनिटरिंग से राज्य में प्रदूषण नियंत्रण एवं ईज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस के क्षेत्र लगातार प्रगति होगी. 

अब इन क्षेत्रीय कार्यालयों में शामिल होंगे नए ज़िले

राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सदस्य सचिव विजय एन की ओर से जारी आदेश के अनुसार अलवर क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत अब अलवर सहित कोटपूतली और बहरोड़ भी  शामिल होगा. बालोतरा के  अंतर्गत बालोतरा एवं  बाड़मेर, बांसवाड़ा में बांसवाड़ा एवं डूंगरपुर को शामिल किया गया है. इसके अलावा  भरतपुर में भरतपुर, धौलपुर और नए जिले डीग शामिल किए गए हैं. वहीं, बीकानेर के अंतर्गत अनूपगढ़ और बीकानेर हैं. भीलवाड़ा में भीलवाड़ा एवं शाहपुरा, भिवाड़ी में खैरथल तिजारा को जोड़ा गया है.  

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इसके साथ ही  बूंदी जिले में अब बूंदी एवं टोंक, चित्तौडग़ढ़ में चित्तौडग़ढ़ एवं प्रतापगढ़, हनुमानगढ़ के अंतर्गत हनुमानगढ़ एवं श्रीगंगानगर को शामिल किया गया है. साथ ही प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने  जयपुर उत्तर में आमेर, आंधी, चोमू, जमवारामगढ़, जालसू, जोबनेर, कालवाड़, किशनगढ़ रेनवाल, फुलेरा(मुख्यालय सांभर),रामपुरा दाबडी  को जोड़ा है. वहीं, जयपुर ग्रामीण की शाहपुरा तहसील एवं जयपुर ज़िले के अजमेर रोड, एम आई रोड, आगरा रोड के उत्तर को शामिल किया जा रहा है. 

नए जिलों में ग्रामीण क्षेत्र भी जुड़ रहा हैः शिखर अग्रवाल

मंडल के अध्यक्ष शिखर अग्रवाल ने कहा कि नए जिलों में नए क्षेत्र शामिल करने से ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रदूषण की मॉनिटरिंग हो पाएगी. नए बने जिले जयपुर दक्षिण के क्षेत्रीय कार्यालय में बस्सी, चाकसू, कोटखावदा, माधोराजपुरा, जयपुर ग्रामीण जिले की तहसील सांगानेर और तुंगा को शामिल किया गया है. वहीं, जयपुर ज़िले का अजमेर रोड, एम आई रोड, आगरा रोड, दौसा और दूदू ज़िले के दक्षिण क्षेत्र शामिल होगा.

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साथ ही झालावाड़ में झालावाड़ एवं बारां, झुंझुनू में चूरू एवं झुंझुनू, किशनगढ़  के अंतर्गत अजमेर, व्यावर एवं  केकड़ी, कोटा के अंतर्गत कोटा, नागौर के अंतर्गत नागौर, डीडवाना व कुचामन, पाली के अंतर्गत पाली, राजसमंद के अंतर्गत राजसमंद को शामिल किया गया है.

इसके अलावा सीकर के अंतर्गत सीकर एवं नीमकाथाना, सिरोही के अंतर्गत जालोर, सिरोही एवं सांचोर, सवाई माधोपुर के अंतर्गत गंगापुर सिटी, करौली, सवाई माधोपुर व उदयपुर क्षेत्रीय कार्यालय में उदयपुर एवं सलूम्बर को शामिल किया गया है. अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान में फिलहाल राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के 25 क्षेत्रीय कार्यालय हैं. इनके क्षेत्राधिकार में विस्तार किया गया है. इससे अब नए ज़िलों सहित पूरे राज्य में प्रदूषण निंयत्रण पर सतत निगरानी का काम किया जा सकेगा. 


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