
देश की नामी ट्रैक्टर कंपनी स्वराज का गोल्डन जुबली कार्यक्रम 22 जुलाई को हुआ. ठीक 50 साल पहले इसी अप्रैल महीने में 1974 में स्वराज ने देश का पहला स्वेदेशी ट्रैक्टर देश के सामने पेश किया था. ये वो समय था जब पूरा मार्केट सिर्फ और सिर्फ इंपोर्टेड विदेशी ट्रैक्टरों से भरा हुआ था. स्वराज का पहला ट्रैक्टर जो स्वराज 724 के नाम से मशहूर है, ने 20 और 25 एचपी के अव्वल इंपोर्टेड ट्रैक्टर से न सिर्फ अच्छा परफॉरमेंस दिखाया बल्कि उनसे 3000 रुपये से कम में ऑफर भी किया गया. स्वराज ट्रैक्टर की इस बिक्री से भारत में हरित क्रांति को नया बल मिला. तब से लेकर इन 50 सालों में स्वराज अब भारत का सबसे तेज बढ़ता हुआ और दूसरी सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी बन चुका है. इन सभी उपलब्धियों पर नजर डालने और स्वर्ण जयंती मनाने के लिए मोहाली के प्लांट पर समारोह होगा जिसमें ये पांच मॉडल पेश किए जाएंगे.
ट्रैक्टर के पांचों नए मॉडल में ब्रांड एंबेसडर एमएस धोनी के हस्ताक्षर समेत डिजाइन और स्टाईल पर खास फोकस किया गया है. सीमित संस्करणों में लाया गया यह ट्रैक्टर पूरे देश में केवल दो महीने के लिए पांच वेरिएंट में ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगा. इसके साथ ही स्वराज ने 'स्किलिंग 5000' कार्यक्रम की घोषणा की है, जिसके तहत महिलाओं और दिव्यांगों को कृषि और अन्य व्यवसायों में कुशल बनाया जाएगा.
स्वराज ट्रैक्टर की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पंजाब के मोहाली में आयोजित समारोह में लिमिटेड एडीशन वाले स्वराज 855 एफई और स्वराज 744 एफई ट्रैक्टर पेश किये गए. यह लिमिटेड एडीशन वाला ट्रैक्टर पूरे देश में केवल दो महीने के लिए पांच स्वराज वेरिएंट- 843 एक्सएम, 742 एक्सटी, 744 एफई, 744 एक्सटी और 855 एफई में उपलब्ध होगा. लिमिटेड एडीशन वाले ट्रैक्टर के सुनहरे मुख्य डेकल से लेकर स्वराज के सम्मानित ग्राहक और ब्रांड एंबेसडर एमएस धोनी के हस्ताक्षर तक इस विशिष्ट मॉडल की हर बारीकी शानदार क्लास और स्टाइल को दर्शाता है.
स्वर्ण उत्सव के उपलक्ष्य में देशभर की यात्रा की गई और 50,000 से अधिक ग्राहकों से संपर्क किया गया है. कार्यक्रम के दौरान भारत के हर कोने से इकट्ठा की गई देश की मिट्टी से रेत कला का नमूना तैयार किया गया. इस मौके पर एक कॉफी टेबल बुक का भी अनावरण हुआ, जिसने स्वराज की विरासत की कहानी को और समृद्ध किया और यह इसकी पचास साल की यात्रा की प्रतीक है. यह केवल कंपनी से जुड़ी छोटी-छोटी कहानियों का संग्रह ही नहीं हैं, बल्कि स्वराज के समृद्ध इतिहास, यात्रा और हितधारकों के साथ संबंधों को भी दर्शाता है, जिसे हमेशा याद रखा जाएगा और इसका सम्मान किया जाएगा.
कार्यक्रम में एक नए सीएसआर कार्यक्रम 'स्किलिंग 5000' की भी घोषणा की गई, जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए स्वराज की कमिटमेंट को रेखांकित करता है, जो महिंद्रा समूह के 'टुगेदर वी राइज़' (साथ मिलें तो तरक्की होती है) के विचार और एफईएस के ‘ट्रांसफॉर्म फार्मिंग एंड एनरिच लाइफ’ (खेती में बदलाव कर जीवन में समृद्धि लाएं) के उद्देश्य के अनुरूप है. 'स्किलिंग 5000' के माध्यम से स्वराज का लक्ष्य है कि कृषि और अन्य व्यवसायों में व्यावसायिक कौशल प्रदान कर महिलाओं और दिव्यांगों को सशक्त बनाया जाए.
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