कीटों से मिलने वाले तत्वों से पशु आहार बनाने वाले स्टार्टअप लूपवॉर्म (Loopworm) एशियाई एक्वाकल्चर बाजार में कम समय में बड़ा प्लेयर बनकर उभरा है. लूपवॉर्म ने बयान में कहा है कि उसे रेशमकीट से मिलने वाले तत्वों के जरिए उत्पादन बनाने के लिए ईयू ट्रेसेस (EU TRACES) प्रमाण पत्र मिल गया है. कहा जा रहा है कि इस उपलब्धि के साथ ही कंपनी का यूरोपीय बाजार में अपने प्रोडक्ट की बिक्री बढ़ाने का रास्ता भी खुल गया है. कंपनी के सीईओ ने कहा कि हम पालतू जानवरों और पशु आहार में टिकाऊ पोषण की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उत्सुक हैं. यह सर्टिफिकेशन हमारे लिए मील का पत्थर साबित होगा.
कीटों से मिलने वाले तत्वों से झींगा, मछली और अन्य पशुओं के लिए आहार बनाने वाली कंपनी लूपवॉर्म (Loopworm) की ओर से बयान में कहा गया है कि उसने पालतू और पशु पोषण दोनों के लिए अपने रेशमकीट प्यूपा से मिलने वाले तत्व से बने प्रोडक्ट के लिए EU TRACES प्रमाणन हासिल किया है. इस प्रमाणन के साथ लूपवॉर्म ने कहा कि अब यह यूरोपीय संघ के बाजार में अपने इनोवेटिव, टिकाऊ तत्वों की सप्लाई करने के लिए पूरी तरह से अधिकृत है.
यहां यह जानना जरूरी है कि व्यापार नियंत्रण और विशेषज्ञ प्रणाली (ट्रेसेज) (EU Trade Control and Expert System (TRACES) यूरोपीय आयोग का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो पशु और पौधों के स्वास्थ्य प्रमाणन के लिए जरूरी है. यह यूरोपीय संघ में पशुओं, पशु उत्पादों, गैर-पशु मूल के भोजन और चारे के साथ ही पौधों के आयात, व्यापार के लिए जरूरी होता है.
लूपवॉर्म (Loopworm) 6000 टन प्रति वर्ष क्षमता के साथ फैसेलिटी चलाता है. उसको को यह प्रमाणन मिलने से टिकाऊ प्रोटीन सोर्स के लिए EU बाजारों में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थान बनाने में मदद करेगा. कंपनी ने कहा कि DGFT अधिकारियों, AQCS बेंगलुरु और CAPEXIL चेन्नई के विशेषज्ञ मार्गदर्शन के जरिए आसान प्रमाणन प्रक्रिया को कुछ ही महीनों में कुशलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है.
लूपवॉर्म (Loopworm) के को-फाउंडर और सीईओ अंकित आलोक बागरिया ने कहा कि EU TRACES प्रमाणन मिलना एक अहम मील का पत्थर है जो क्वालिटी और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के पालन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मान्य करता है. उन्होंने कहा कि यूरोप टिकाऊ, हाई क्वालिटी वाली सामग्री के लिए एक असाधारण बाजार है, और हम पालतू जानवरों और पशु आहार में टिकाऊ पोषण की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उत्सुक हैं.
अप्रैल 2024 में लूपवॉर्म के लूपफैक्ट्री के कमर्शियल लॉन्च के बाद से कंपनी अपने प्रोटीन और फैट प्रोडक्ट को मुख्य रूप से एशियाई जलीय कृषि बाजार (एशियन एक्वाकल्चर मार्केट) में सप्लाई कर रही है. इन प्रोडक्ट ने झींगा फीड में अहम लाभ दिखाए हैं. खासतौर पर फीड की स्वादिष्टता और विकास दर में सुधार करने में. लूपवॉर्म के रेशमकीट प्यूपा को पत्ते खिलाए जाते हैं और जलवायु अनुकूल परिस्थितियों में पाला जाता है, जिससे वे पारंपरिक फीड सामग्री देने के लिए एक टिकाऊ विकल्प बन जाते हैं.
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