पिछले कुछ वर्षों के दौरान किसानों की आमदनी (Farmers Income) में बड़ा इजाफा हुआ है. इसी कड़ी में कानपुर के चंद्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CCA) भी उत्तर प्रदेश के किसानों को नई तकनीक और आधुनिक उपकरणों से जोड़कर उनकी मदद कर रहा है. अब इस मुहिम में जापान भी शामिल हो गया है. विश्वविद्यालय और जापान के विशेषज्ञ मिलकर किसानों को आधुनिक तकनीक से खेती करने में सहयोग कर रहे हैं, जिससे प्रदेश के किसान बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं. चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के शोध निदेशक और एग्रीकल्चर एक्सपर्ट डॉ. पीके सिंह ने इंडिया टुडे के किसान तक से बातचीत में बताया कि बीते एक वर्षों से जापान और यूपी सरकार के बीच मंचन व नीति तैयार किया जा रहा है.
जापान सरकार के फिशरीज मंत्रालय की ओर से एक एमओयू साइन हुआ था. इसी के तहत यूपी सरकार ने कानपुर के चंद्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को चुना गया है. उन्होंने बताया कि 10 से 12 बार जापान की टीम विश्वविद्यालय में विजिट कर चुकी है. वहीं कुछ जापानी कंपनियों का चयन किया गया है. डॉ. सिंह ने आगे बताया कि बायो फर्टिलाइजर, नई-नई कृषि तकनीक, हाईटेक मशीनों समेत नई टेक्नोलॉजी की जानकारी उत्तर प्रदेश के किसानों को मिलेगी.
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कानपुर देहात के दिलीप नगर में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र 150 एकड़ में बना हुआ है. यहां पर जापान के वैज्ञानिकों को अपना सेटअप तैयार करने के लिए जमीन आवंटित की जाएगी. एग्रीकल्चर एक्सपर्ट डॉ. पीके सिंह ने बताया कि प्रदेश के किसानों को यहां पर जापान के वैज्ञानिकों के द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी. इससे किसानों को खेती-किसानी में बहुत बड़ी मदद मिलेगी. इस पहल के तहत, पूरे प्रदेश में मौजूद कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से किसानों को नई तकनीकियों की जानकारी दी जाएगी और उन्हें इसका उपयोग सिखाया जाएगा.
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के शोध निदेशक, डॉ. पीके सिंह बताते हैं कि अगले महीने अक्टूबर में चंद्रशेखर आज़ाद कृषि विश्वविद्यालय में किसान मेला आयोजित किया जाएगा, जिसमें जापानी विशेषज्ञ शामिल होंगे. इस मेले के दौरान, प्रदेश के किसानों को जापानी तकनीक और उपकरणों के बारे में जानकारी दी जाएगी. विशेषज्ञ यह भी बताएंगे कि कैसे इन तकनीकों का उपयोग करके किसान अपनी खेती को और भी अधिक आसान बना सकते हैं और फसल उत्पादन में वृद्धि कर सकते हैं.
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