किसानों को फसलों में उर्वरक और कीटनाशक छिड़काव के लिए ड्रोन सेवाएं मिलना और आसान होने वाला है. दरअसल, एग्री सेक्टर की दिग्गज कंपनी कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड (Coromandel International Limited) ने महिंद्रा समूह की कृषि सेवा देने वाली यूनिट के साथ करार किया है. दोनों कंपनियां किसानों को मोबाइल ऐप्लीकेशन के जरिए ड्रोन छिड़काव सेवाएं उपलब्ध कराएंगी. किसान प्रति एकड़ भुगतान के आधार पर ड्रोन सेवा ले सकेंगे. ट्रेंड ड्रोन चालकों के जरिए किसानों को छिड़काव सुविधा मिलेगी.
कृषि क्षेत्र के लिए फर्टिलाइजर, क्रॉप प्रोटेक्शन समेत कई तरह के उत्पाद बनाने वाली दिग्गज कंपनी कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड (Coromandel International Limited) महिंद्रा कृष-ई (Mahindra Krish-e) ने किसानों के लिए ड्रोन छिड़काव सेवाएं देने के लिए लिए साझेदारी की है. इससे पहले दोनों कंपनियां मिलकर देश के 7 राज्यों आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में ड्रोन सेवाएं दे रही हैं. अब इसे ग्रोमोर ड्राइव के तहत देशभर में बढ़ाया जाएगा.
वित्त वर्ष 23-24 के दौरान 22290 करोड़ रुपये का कारोबार करने वाली कोरोमंडल कंपनी अपनी सब्सिडरी कंपनी दक्षा अनमैन्ड सिस्टम्स के जरिए ड्रोन आपूर्ति, पायलट ट्रेनिंग और सर्विस सपोर्ट देती है. कोरोमंडल के इन ड्रोन को महिंद्रा एफईएस की मोबाइल एप्लीकेशन 'कृष- ई खेती के लिए ऐप' (Krish-e Kheti Ke Liye App) के जरिए किसानों तक पहुंचाया जाएगा. महिंद्रा एफईएस की यह ऐप्लीकेशन कृषि उत्पादों और सेवाओं को किसानों को उपलब्ध कराती है.
कोरोमंडल के मुख्य परिचालन अधिकारी फर्टिलाइजर बिजनेस आमिर अल्वी ने कहा कि कोरोमंडल का ग्रोमोर ड्राइव किसानों को कृषि प्रथाओं के लिए सक्षम, निगरानी और अन्य सुविधाओं के साथ ग्रोथ देता है. कोरोमंडल के ग्रोमोर ड्राइव और महिंद्रा कृष-ई के बीच यह समझौता किसानों के लिए ड्रोन छिड़काव को सुलभ बनाकर भारत के कृषि सिनैरियो को बदलने की दिशा में हमारी यात्रा में महत्वपूर्ण कदम है. कोरोमंडल की ग्रोमोर ड्राइव में सर्टीफाइड ड्रोन पायलट का बेड़ा है और उन्हें इनहाउस विकसित मॉडर्न कृषि ड्रोन की नॉलेज देता है. यह सहयोग इनोवेशन के नए अवसरों को खोलेगा. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि किसानों के जीवन पर सकारात्मक और स्थायी प्रभाव डालेगा.
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर के अध्यक्ष हेमंत सिक्का ने कहा कि देशभर में ऐप्लीकेशन कृष-ई के जरिए कोरोमंडल के अनुभवी ग्रोमोर ड्राइव बेड़े के साथ हम किसानों तक ड्रोन का लाभ ले जाने के लिए खुश हैं. फसलों की पैदावार बढ़ाने और रसायनों के संपर्क में किसानों के जोखिम को कम करने की दिशा में यह बड़ा कदम है. उन्होंने कहा कि महिंद्रा की कृष-ई ऐप के जरिए प्रति एकड़ भुगतान के आधार पर ड्रोन से छिड़काव की सुविधा देगी.
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