ट्रैक्टर की तकनीकी चीजों को लेकर गांवों में बहुत सारे लोगों को जानकारी का अभाव रहता है. इस वजह से ऐसे किसानों का अनजाने में बहुत नुकसान होता है. ट्रैक्टर किसान के लिए खेती की सबसे जरूरी और सबसे खर्चीली मशीन होती है. अगर इसी मशीन पर किसान का जरूरत से ज्यादा खर्चा होने लगे तो उसका पूरा बजट बिगड़ने लगता है. ट्रैक्टर के साथ किसान कुछ गलतियां अज्ञानता में करते हैं तो कुछ किसान आलस की वजह से ऐसा करते हैं. ऐसी ही एक बुरी आदत है ट्रैक्टर को स्टार्ट छोड़ना या बार-बार बंद करने का आलस. इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि बिना काम के ट्रैक्टर को स्टार्ट छोड़ने की आदत से किसानों का कितना नुकसान होता है.
ये बात तो सच है कि खेती-बाड़ी के काम में ट्रैक्टर अनियमित तरीके से चलाना पड़ता है. कभी ये सीधे-सीधे टॉली खींचता है तो कभी खेत में स्थायी खड़ा होकर थ्रेशर चलाता है. यही वजह है कि ट्रैक्टर के इंजन की लाइफ किलोमीटर नहीं बल्कि घंटों के हिसाब से मापी जाती है. एक सामान्य पैमाना समझें तो अगर आप अपने ट्रैक्टर को स्टार्ट करके घंटेभर के लिए ऐसे ही छोड़ दें तो ये इतनी देर में 1 लीटर डीजल खर्च कर देगा. वहीं ट्रैक्टर का इंजन बड़ा हो तो ये मात्रा और भी ज्यादा हो सकती है.
कई बार किसान छोटे-मोटे काम करने के लिए ट्रैक्टर को बीच में खड़ा कर देते हैं, लेकिन स्टार्ट ही छोड़ देते हैं. उदाहरण के तौर पर खेत में जुताई के दौरान कल्टीवेटर की सही सेटिंग बिठाने के लिए कई बार टॉपलिंक से इसे एडजस्ट करना पड़ता है. ऐसे में किसान खेत में ट्रैक्टर को स्टार्ट खड़ा करते हैं और उतरकर कल्टीवेटर एडजस्ट करने लगते हैं. अगर ये काम 30 सेकेंड से कम में हो जाए तो ठीक है, मगर इस काम में ज्यादा समय लगता है तो ट्रैक्टर बंद कर देना चाहिए. इससे डीजल की बर्बादी नहीं होती है.
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चूंकि ट्रैक्टर के इंजन बड़े और हेवी होते हैं, इसलिए इन्हें स्टार्ट करने में भी काफी डीजल लगता है. यही वजह है कि ज्यादातर किसान ट्रैक्टर को थोड़ी देर के लिए बंद करना सही नहीं समझते. लोगों की ये सामान्य धारणा होती है कि इंजन बंद करके जितना डीजल बचेगा, उससे ज्यादा इसे वापस स्टार्ट करने में लग जाएगा. मगर इस चीज में भी बहुत सारे लोगों को गलत जानकारी होती है. दरअसल, सामान्य तौर पर देखा जाए तो ट्रैक्टर का इंजन 1 घंटे में 1 लीटर डीजल खर्च कर देता है. यानी कि ट्रैक्टर का चालू इंजन हर 1 मिनट में 16ml डीजल जलाता है और 30 सेकेंड में 8ml डीजल.
एक्सपर्ट ये मानते हैं कि अगर 30 सेकेंड से ज्यादा देर के लिए डीजल इंजन वाले वाहन का उपयोग नहीं करना हो तो इसे बंद कर देना चाहिए. क्योंकि सामान्य साइज के इंजन को स्टार्ट करने के लिए 8ml से कम ही डीजल खर्च होता है. इसलिए 30 सेकेंड से कम के लिए ट्रैक्टर छोड़ना हो तो इसे स्टार्ट छोड़ दें और अगर 30 सेकेंड से ज्यादा देर लगे तो ट्रैक्टर का इंजन बंद कर देना चाहिए. ईंधन की ये मात्रा भले ही कम लग रही हो, लेकिन लंबे समय में ये अच्छी खासी बचत करती है.
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