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कांग्रेस को लगा एक और झटका, प्रियंका गांधी के करीबी तजिंदर सिंह बिट्टू ने 35 साल बाद पार्टी को कहा अलविदा

कांग्रेस को लगा एक और झटका, प्रियंका गांधी के करीबी तजिंदर सिंह बिट्टू ने 35 साल बाद पार्टी को कहा अलविदा

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने वाले और प्रियंका गांधी के करीबी तजिंदर सिंह बिट्टू ने पार्टी को तगड़ा झटका दिया है. उन्‍होंने शनिवार को कांग्रेस के साथ अपना 35 साल पुराना नाता तोड़ लिया. बिट्टू ने सबसे पुरानी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस छोड़कर बिट्टू भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए. वह हिमाचल प्रदेश में भी पार्टी के प्रभारी थे.

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35 साल बाद एक और नेता ने छोड़ा कांग्रेस का साथ 35 साल बाद एक और नेता ने छोड़ा कांग्रेस का साथ

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने वाले और प्रियंका गांधी के करीबी तजिंदर सिंह बिट्टू ने पार्टी को तगड़ा झटका दिया है. उन्‍होंने शनिवार को कांग्रेस के साथ अपना 35 साल पुराना नाता तोड़ लिया. बिट्टू ने सबसे पुरानी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस छोड़कर बिट्टू भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए. वह हिमाचल प्रदेश में भी पार्टी के प्रभारी थे. बिट्टू ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में बीजेपी ज्‍वॉइन की. बिट्टू के अलावा  जालंधर से दो बार सांसद रहे संतोख सिंह चौधरी की पत्नी करमजीत कौर चौधरी भी बीजेपी में शामिल हो गईं. 

क्‍या लिखा इस्‍तीफे में  

बिट्टू का बीजेपी में जाना कांग्रेस के लिए एक और झटका है, जिसने लोकसभा चुनावों के बीच हाल के हफ्तों में हाई-प्रोफाइल नेताओं का पलायन देखा है. तजिंदर पाल सिंह बिट्टू ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा सौंप दिया. उन्होंने चिट्ठी में लिखा,  'मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और अपने पद एआईसीसी, हिमाचल प्रदेश के सचिव सह-प्रभारी से तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा देता हूं.'  एक फेसबुक पोस्ट में बिट्टू ने अपना इस्तीफा साझा किया. उन्‍होंने लिखा है, ' भारी मन से, 35 साल बाद, मैं कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं.'  

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कौन से नेताओं ने छोड़ा साथ 

बिट्टू से पहले लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने भी कांग्रेस को अलविदा कहा था. वह भी बीजेपी में शामिल हो गए. रवनीत, पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं.  मार्च में कांग्रेस प्रवक्ता रोहन गुप्ता ने पार्टी में कुछ नेताओं द्वारा 'उत्पीड़न और चरित्र हनन' का हवाला देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया. रोहन गुप्ता को अहमदाबाद ईस्‍ट से पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया था. हालांकि, उन्होंने दौड़ से बाहर होने का विकल्प चुना. 

इससे पहले पार्टी के जाने-माने प्रवक्ता गौरव वल्लभ और ओलंपिक पदक विजेता और मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ दी.  मुंबई के दिग्गज नेता संजय निरुपम ने भी इस्तीफा दे दिया, हालांकि कांग्रेस ने दावा किया कि उन्हें 'पार्टी विरोधी'  गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया गया था.  पार्टी से इस्तीफा देने वाले ज्यादातर नेताओं ने कांग्रेस पर 'दिशाहीन' और जमीन से पूरी तरह कटे होने का आरोप लगाया है.

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19 अप्रैल से शुरू हुई वोटिंग 

बिट्टू का इस्तीफा भारत में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान शुरू होने के एक दिन बाद आया है. पहले चरण का मतदान शुक्रवार को 21 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों (केंद्र शासित प्रदेशों) के 102 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए हुआ था.  चुनाव आयोग की मानें तो पहले चरण का मतदान 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा. 18वीं लोकसभा के 543 सदस्यों को चुनने के लिए भारत में 19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे.