पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिलाने की अनिवार्यता को देखते हुए इथेनॉल का उत्पादन अब किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है. जिन तीन फसलों से इथेनॉल बनाया जाता है, उनमें गन्ना और धान की फसल में पानी का बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है. जबकि मक्का की फसल में ना के बराबर पानी की जरूरत होती है. इथेनॉल के उत्पादन के लिए मक्का को Environment friendly Crop माना जा रहा है. इसी वजह से यूपी की Yogi Government ने इथेनॉल उत्पादन में गन्ना के बजाए मक्का की फसल को बढ़ावा देने की कवायद शुरू कर दी है.
यूपी सरकार के Agriculture Department ने राज्य के गन्ना बेल्ट में मक्का का रकबा बढ़ाने की तैयारी कर ली है. इसके लिए Sugar Mills के आसपास के इलाके में मक्का की खेती को तेजी से प्रोत्साहित किया जाएगा. इस बीच कृषि विभाग ने किसानों से मक्का की उपज की खरीद सुनिश्चित हो सके, इसके लिए चीनी मिलों के साथ दो दौर की बातचीत भी पूरी कर ली है.
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साथ ही किसानों को मक्का की खेती से जुड़े सभी जरूरी उपकरण अनुदान पर मुहैया कराए जाएंगे. इससे किसानों की आय में इजाफा होने के साथ पर्यावरण अनुकूल फसलों को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी. गौरतलब है कि प्रदेश में अभी लगभग 15 कंपनियां इथेनॉल बना रही हैं. मक्का का रकबा बढ़ने पर किसानों की पूरी उपज को खरीदा जा सके, इसके लिए सरकार ने इथेनॉल बनाने वाली कंपनियों की संख्या को भी बढ़ाने की तैयारी कर ली है.
कृषि विभाग की ओर से बताया गया कि इथेनॉल बनाने में गन्ना या धान के बजाय मक्का का इस्तेमाल सबसे उपयुक्त माना जा रहा है. मक्का की फसल रबी, खरीफ और जायद, तीनों Crop Season में उपजाई जाती है. इसलिए इथेनॉल के उत्पादन के लिए गन्ना और धान की जगह, कम से कम पानी में साल भर उपजाई जा सकने वाले मक्का को Replace करने का फैसला किया गया है.
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ऐसे में अनुकूल परिस्थितियों का यथाशीघ्र लाभ उठाने के लिए सरकार ने 'त्वरित मक्का विकास योजना' काे लागू करने का Action Plan भी बना लिया है. चालू वित्त वर्ष 2024-25 में इस योजना के लिए 27.68 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
गौरतलब है कि गौरतलब है कि यूपी में फिलहाल लगभग 8.3 लाख हेक्टेयर में मक्का की बुआई होती है. इससे 21 लाख मीट्रिक टन मक्का का उत्पादन भी होता है. मक्का विकास योजना के माध्यम से अब मक्का का रकबा 2 लाख हेक्टेयर बढ़ाकर इसका 11 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त उत्पादन करने का लक्ष्य तय किया गया है.
इस योजना को केंद्र सरकार के सहयोग से आगे बढ़ाया जाएगा. दरअसल केंद्र सरकार ने भी इथेनॉल उद्योगों के लिए मक्का उत्पादन में इजाफा करने के लिए एक राष्ट्रीय योजना शुरू की है. इसका संचालन भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान द्वारा किया जा रहा है. इस योजना में यूपी, एमपी और राजस्थान सहित 15 राज्यों को शामिल किया गया है.
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