उत्तर प्रदेश में होनहार किसानों की कमी नहीं है. अपने खेतों में किसान को हर रोज नई-नई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. अपनी समस्याओं को अपनी बुद्धिमत्ता और वैज्ञानिक ज्ञान से कई किसान नए नए आयाम स्थापित कर रहे हैं. ऐसी ही एक महिला किसान हैं राजकुमारी जिन्होंने अपने खेतों में अमरूद की बागवानी तैयार की है. उनके बाग में दिखने वाला अमरुद कोई सामान्य नहीं बल्कि यह एक शुगर फ्री किस्म (Sugar free guava) का अमरूद है जिसकी बाजार में इन दिनों खूब मांग है. महिला किसान राजकुमारी ने अपने खेतों में शुगर फ्री थाई प्रजाति के 300 पौधे लगाए थे. वही इन दिनों इन पौधों पर खूब फल आए हैं. बाजार में उनके इस अमरूद की कीमत भी सामान्य अमरुद के मुकाबले ज्यादा है जिससे उनकी आमदनी भी बढ़ी है.
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के विकासखंड बसनोहा की रहने वाली राजकुमारी को बागवानी का शौक अपने बचपन से हैं. उनका नाम बागवानी के चलते इन दिनों काफी सुर्खियों में है. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से प्रेरित होकर उन्होंने नवंबर 2021 में अपने खेतों में 300 थाई किस्म के अमरूद के शुगर फ्री पौधों को लगाया था. आज यह पौधे पेड़ बन चुके हैं और इनमें फल भी खूब आ रहे हैं. राजकुमारी देवी ने बताया कि उनके एक फल का वजन 600 से 700 ग्राम का है. वही उनकी हर पौधे से साल में दो बार फल आते हैं. उनके फल काफी स्वादिष्ट है. उनका दावा है कि उनकी अमरूद शुगर फ्री है जिसके चलते बाजार में उनके फलों की काफी मांग है.
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उन्नाव जनपद की महिला किसान राजकुमारी आज अपने क्षेत्र की दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन चुकी है. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर वह स्वयं सहायता समूह से भी जुड़ी है. अब समूह की दूसरी महिलाओं को इस तरह की बागवानी लगाने के लिए प्रेरित भी कर रही हैं. आज राजकुमारी की प्रेरणा से वह बहरौरा गांव की बुजुर्ग महिला चतुराई देवी ने डेढ़ बीघा में डेढ़ सौ अमरुद के पौधे लगाए हैं. वही समूह की ही चन्ना देवी ने 600 पौधे, प्रेमलता ने 300 अमरुद के पौधे अपने खेतों में लगाए हैं. बागवानी के माध्यम ये महिलाएं दूसरों को आत्मनिर्भर बनने की राह दिखा रही है.
महिला किसान राजकुमारी देवी ने बताया कि एक बीघे में 300 पौधे लगाए जा सकते हैं. वहीं थाई प्रजाति के अमरूद के फल काफी मुलायम होता है. वही एक पेड़ से करीब 7 किलो से लेकर 8 किलो तक फल प्राप्त होते हैं. वे अपने समूह के माध्यम से अमरूद से जैम बनाने का काम भी कर रही हैं.
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