पिछले दिनों महाराष्ट्र के कई हिस्सों में हुई बेमौसमी बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. इस बारिश में कई किसान पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं. इंदल पवार ऐसे ही एक किसान हैं जिनके सभी सपने इस बेमौसमी बारिश ने तोड़कर रख दिए हैं. इंदल नागपुर में रहते हैं और अब उन्हें कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें पूरी मदद का भरोसा दिया है. पिछले दिनों उनके बेटे गौरव मूंगफली बेचने के लिए मनोरा बाजार समिति पहुंचे थे तभी अचानक तेज बारिश हो गई और सभी मूंगफलियां इसी बारिश में बह गईं.
स्थानीय मीडिया से बात करते समय इंदल ने कहा, 'न सिर्फ मूंगफली बल्कि पूरे साल हमारे परिवार ने जो सपने देखे थे, वो भी बारिश में बह गए हैं. ' 15 मई को महाराष्ट्र में अचानक बारिश से कई फसलें चौपट हो गई थीं. इंदल के परिवार के पास पांच एकड़ की जमीन है. यह जमीन ही उनकी आजिविका का एकमात्र साधन है. इस साल उन्होंने तीन एकड़ जमीन पर मूंगफली बोई थी लेकिन प्राकृतिक आपदा के चलते प्रति एकड़ में सिर्फ डेढ़ क्विंटल उत्पादन ही हो सका. वह ट्रैक्टर में भरकर मूंगफली के बेचने के लिए मनोरा बाजार समिति पहुंचे थे.
बाजार में टिन शेड बहुत छोटा होने की वजह से उन्होंने मूंगफली को जमीन पर फैला दिया था. मूंगफली बिकती इससे पहले ही अचानक बारिश शुरू हो गई. बारिश इतनी तेज थी कि 60 से 70 फीसदी फसल एक झटके में बह गई. गौरव ने कुछ फलियों को बचाने की कोशिश भी कि लेकिन वह नाकाम रहे. एक क्विंटल फसल जो बच गई थी, वह भी नहीं बिक सकी क्योंकि मूंगफली पूरी तरह से पानी में भीग गई थीं. कई लोग बाजार में मौजूद थे जिन्होंने इस घटना को मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड किया लेकिन कोई भी उनकी मदद को आगे नहीं आया.
परिवार ने मांग की है कि बाजार समिति और सरकार उन्हें नुकसान का मुआवजा दे. इंदल के परिवार में छह लोग हैं जिनमें दादा तुलसीराम मोहन पवार, दादी शशिकला, पत्नी प्रमिला और बेटा राहुल गौरव. उनके दादा कैंसर से जूझ रहे हैं और गौरव ने बताया कि उनका इलाज जारी है. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले का संज्ञान लिया और उन्होंने इंदल से बात की. इस बातचीत में उन्होंने इंदल को मदद को पूरा भरोसा दिलाया है.
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