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श‍िवराज स‍िंह चौहान ने खाद, बीज और कीटनाशकों पर कही बड़ी बात, द‍िए सख्त न‍िर्देश

श‍िवराज स‍िंह चौहान ने खाद, बीज और कीटनाशकों पर कही बड़ी बात, द‍िए सख्त न‍िर्देश

खरीफ सीजन 2024 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए नए कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को फसलों के लिए इनपुट सामग्रियों का समय पर वितरण करवाने की जरूरत है. साथ ही गुणवत्तापूर्ण बीज और खाद की आपूर्ति पर भी बल दिया. उन्होंने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला में किसी भी प्रकार की बाधा से बुवाई में देरी होती है. इसके परिणामस्वरूप उत्पादन प्रभावित होता है.

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केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगामी खरीफ सीजन के लिए खाद, बीज और कीटनाशकों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर कृषि मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. चौहान ने नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ खरीफ सीजन 2024 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए उन्हें फसलों के लिए इनपुट सामग्रियों का समय पर वितरण करवाने को कहा. साथ ही गुणवत्तापूर्ण बीज और खाद की आपूर्ति पर भी बल दिया. उन्होंने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला में किसी भी प्रकार की बाधा से बुवाई में देरी होती है. इसके परिणामस्वरूप उत्पादन प्रभावित होता है. इस समस्या को हर कीमत पर टाला जाना चाहिए.

चौहान ने संबंधित विभाग को स्थिति की निरंतर निगरानी एवं समीक्षा करने के निर्देश दिए, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो.  चौहान ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का पूर्वानुमान सामान्य से बेहतर है. इस अवसर पर उर्वरक विभाग, केंद्रीय जल आयोग और भारतीय मौसम विभाग के अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन दिया. कृषि सचिव मनोज आहूजा और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंत्री को खरीफ सीजन की तैयारियों के बारे में जानकारी दी.

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मशीनीकरण बढ़ाने पर ज़ोर 

इससे पहले कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग के कामकाज की समीक्षा करते हुए चौहान ने कृषि उत्पादकता में सुधार के लिए कृषि में मशीनीकरण को बढ़ाने का आह्वान किया. उन्होंने कृषि शिक्षा को पेशे से जोड़ने की आवश्यकता पर भी जोर दिया ताकि कृषि विज्ञान में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले लोग खेती के तरीकों से जुड़ सकें. 
चौहान ने किसान विकास केंद्रों (केवीके) की उपयोगिता में सुधार के लिए गहन चर्चा पर जोर दिया, ताकि उन्हें देश के अंतिम किसान तक पहुंचाया जा सके. उन्होंने कहा कि तकनीकी प्रणालियों का प्रभावी इस्तेमाल कृषि क्षेत्र में क्रांति ला सकता है. चौहान ने यह भी कहा कि प्राकृतिक खेती प्रणालियों को सरल बनाने की आवश्यकता है, ताकि अधिक से अधिक किसान इसे अपनी खेती के लिए अपनाएं.

100 दिन का एक्शन प्लान

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के महानिदेशक हिमांशु पाठक ने आईसीएआर की गतिविधियों और 100 दिवसीय योजना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आईसीएआर की 100 दिवसीय योजना में एक सौ फसल किस्मों का विकास और नई प्रौद्योगिकियों का एक सौ प्रमाणन शामिल है. बैठक में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर और भागीरथ चौधरी भी मौजूद थे.

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