खरीफ सीजन में बोई गई धान फसल की कटाई में देरी के बावजूद रबी सीजन में गेहूं की बुवाई पटरी है. कृषि सचिव ने कहा कि रबी सीजन की फसलों की बुवाई तेजी से चल रही है. उन्होंने कहा कि पिछले साल की तुलना में बीते सप्ताह तक रबी फसलों का बुवाई रकबा स्तर अधिक दर्ज किया गया है. इसके चलते खाद की मांग में भी इजाफा देखा जा रहा है.
एजेंसी के अनुसार कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी ने सोमवार को कहा कि दो प्रमुख उत्तरी राज्यों पंजाब और हरियाणा में धान की कटाई में देरी के बावजूद गेहूं की बुवाई अच्छी चल रही है और आने वाले दिनों में इसमें तेजी आने की उम्मीद है. कृषि सचिव ने पीटीआई से कहा कि आने वाले दिनों में गेहूं की बुवाई में तेजी आएगी. उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह तक कुल बोया गया रकबा पिछले साल के स्तर से अधिक था.
कृषि सचिव ने कहा कि अनुकूल मिट्टी की नमी की स्थिति और मौसम गेहूं की बुवाई में मदद कर रहे हैं, जिससे डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) जैसे उर्वरकों की मांग बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा में भी बुवाई में तेजी आने की उम्मीद है, जहां देर से हुई मानसून की बारिश ने धान की कटाई में देरी की है.
उन्होंने आगाह किया कि जनवरी-फरवरी की अवधि फसल के विकास के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि तापमान में कोई भी बढ़ोत्तरी पैदावार के लिए जोखिम पैदा करती है. उन्होंने कहा कि सरकार मौसम संबंधी चुनौतियों से निपटने में किसानों की मदद करने के लिए जलवायु प्रतिरोधी गेहूं की किस्मों को बढ़ावा दे रही है.
कृषि सचिव ने कहा कि सरसों और चना सहित अन्य सर्दियों में बोई जाने वाली फसलों की बुआई भी अच्छी चल रही है. बता दें कि देश की मुख्य रबी फसल गेहूं आमतौर पर नवंबर में बोई जाती हैं और मार्च-अप्रैल में काटी जाती हैं. प्रमुख उत्पादक राज्यों में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं. इन राज्यों में गेहूं समेत अन्य रबी फसलों की तेज बुवाई प्रक्रिया चल रही है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today