पंजाब के संगरूर जिले के सुनाम तहसील के कुछ गांवों में पिछले हफ्ते हुई ओलावृष्टि और भारी बारिश से फसलों को काफी नुकसान हुआ है. इससे किसानों को आर्थिक क्षति हुई है. कहा जा रहा है कि बारिश और ओलावृष्टि से बागवानी फसलों की बहुत अधिक बर्बादी हुई है. वहीं, किसानों की मांग पर सुनाम के कृषि अधिकारी ने इस संबंध में बख्शीवाला गांव से संबंधित एक रिपोर्ट मुख्य कृषि अधिकारी (सीएओ), संगरूर को भेज दी है.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी ने सीएओ को अवगत कराया है कि बख्शीवाला गांव (सुनाम) के दो किसानों के खेतों में किए गए फसल-काटने के प्रयोगों के अनुसार, गेहूं की फसल को नुकसान 33 प्रतिशत और 75 प्रतिशत स्लैब के बीच पाया गया है. बख्शीवाला गांव के बीकेयू (उग्राहां) के महासचिव जगतार सिंह बख्शीवाला ने कहा कि 19 अप्रैल को बख्शीवाला गांव में ओलावृष्टि के साथ भारी बारिश हुई, जिससे किसानों की फसलें और सब्जियां खराब हो गईं.
ये भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश में पड़ रही बेतहाशा गर्मी, IMD ने जारी किया वॉर्म नाइट का अलर्ट, जानें आज कैसा रहेगा मौसम
बख्शीवाला ने आगे कहा कि सुनाम ब्लॉक के घासीवाला, जखेपल, धरमगढ़, रतनगढ़ पटियावाली सहित कुछ अन्य गांवों में भी फसलें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. उन्होंने कहा कि अधिकांश प्रभावित किसानों के पास अपने-अपने गांवों में सात एकड़ से कम जमीन है. उन्होंने यह भी कहा कि एक किसान ने उन्हें बताया था कि उन्हें एक एकड़ से केवल 10 क्विंटल गेहूं की उपज मिली है, जबकि पहले सामान्य उपज 20-22 क्विंटल प्रति एकड़ होती थी.
बता दें कि बीते दिनों पंजाब के बठिंडा, फाजिल्का, लुधियाना, पटियाला, अमृतसर और पठानकोट सहित कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई थी. इस दौरान कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि हुई थी. कई किसानों ने अफसोस जताया था कि बारिश और तेज़ गति वाली हवाओं के कारण उनकी फसलें चौपट हो गईं, जिससे फसल की पैदावार प्रभावित हुई. इस बीच, शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसल क्षति का आकलन करने के लिए 'गिरदवारी' का आदेश देने को कहा था.
ये भी पढ़ें- सरकार ने 1 लाख टन प्याज निर्यात की अनुमति दी, 6 देशों को भेजने के लिए खरीद करेगी NCEL, इन राज्यों को मिलेगा लाभ
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today