पंजाब में 1 अक्टूबर से धान की खरीदी शुरू होने वाली है, लेकिन इससे पहले ही राज्य और केंद्रीय खरीद एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है. कहा जा रहा है कि पंजाब के सरकारी गोदामों में नई उपज को रखने के लिए प्रयाप्त जगह नहीं है. क्योंकि पहले से गोदामों में धान और गेहूं की बंपर स्टॉक है. ऐसे में खरीद एजेंसियां गोदामों में भरे अनाजों को खाली करने की कोशिश कर रही है. खास बात यह है कि राज्य के कृषि विभाग ने इस खरीफ सीजन में धान की बंपर पैदावार की उम्मीद जताई है. उसने करीब 185 लाख टन धान उत्पादन का अनुमान लगाया है.
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, गोदामों में पिछले सीजन का कुल 192 लाख टन अनाज भरा हुआ है, जिसमें 125 लाख टन चावल, 60 लाख टन गेहूं और 7 लाख टन धान है. ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के लिए अगस्त और सितंबर में खाद्यान्न स्टॉक को उपभोक्ता राज्यों में ले जाना एक चुनौती होगी, ताकि ताजा खरीदे गए धान के भंडारण के लिए जगह बनाई जा सके. उनका कहना है कि भारी मात्रा में स्टॉक होने के कारण, अक्टूबर में धान खरीद सत्र शुरू होने पर विकट स्थिति उत्पन्न होने का अनुमान है.
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राज्य में 172 लाख टन खाद्यान्न भंडारण की क्षमता है - जिसमें साइलो में सात लाख टन और ढके हुए गोदामों में 165 लाख टन शामिल है. इसके अलावा, कवर्ड एरिया प्लिंथ (CAP) स्टोरेज पर लगभग 40 लाख टन की व्यवस्था है, जहां अनाज को खुले में रखे गए प्लिंथ में रखा जाता है, जिसे तिरपाल से ढका जाता है. वहीं, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि कुल स्टॉक में से, 14 लाख टन गेहूं खुले में रखा गया है और लगभग 7 लाख टन धान चावल मिलों के पास रखा गया है. ऐसे में प्रोसेसिंग के बाद स्टॉक में 4.66 लाख टन चावल और जुड़ जाएगा.
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि हम स्टॉक को उपभोक्ता राज्यों में ले जाने का प्रयास कर रहे हैं. सितंबर में इसमें तेजी आने की उम्मीद है. वहीं, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इस सीजन में ओडिशा, आंध्र प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना जैसे उपभोक्ता राज्यों में पंजाब के स्टॉक से अनाजों की स्पलाई धीमी हो गई है. क्योंकि इन राज्यों ने स्थानीय स्तर पर खाद्यान्न खरीदना शुरू कर दिया है.
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खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निदेशक पुनीत गोयल ने बताया कि 15 माल गाड़ियां चावल की पांच रेक और गेहूं की 10 रेक हर दिन राज्य से खाद्यान्न ले जाती हैं. उन्होंने कहा कि राज्य से हर दिन कुल 55,000 टन खाद्यान्न बाहर भेजा जा रहा है. हमें उम्मीद है कि दिसंबर तक पूरा गेहूं स्टॉक भेज दिया जाएगा. पंजाब सरकार ने केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री से राज्य से खाद्यान्न की तेजी से आवाजाही के लिए भी आग्रह किया है.
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