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Onion: सरकार को रुलाएगा प्याज? नासिक में किसानों ने खोला मोर्चा, विरोध में लगाए बैनर

Onion: सरकार को रुलाएगा प्याज? नासिक में किसानों ने खोला मोर्चा, विरोध में लगाए बैनर

महाराष्ट्र के नासिक जिले के प्याज किसान पिछले कई महीनों से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. प्याज की खेती की लागत को देखते हुए, उन्हें प्याज का दाम नहीं मिल पाता है. इस बार किसानों ने लोकसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार कर अपनी नाराजगी जाहिर करने की योजना बनाई है.

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नासिक में किसानों ने खोला मोर्चा नासिक में किसानों ने खोला मोर्चा

देश में एक तरह जहां लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. वहीं महाराष्ट्र के नासिक जिले के मालवाड़ी ग्राम पंचायत सहित आसपास के गांवों के सभी प्याज किसान सरकार के खिलाफ मोर्चाबंदी कर रहे हैं. इन किसानों ने प्याज का सही भाव नहीं मिलने पर अपनी नाराजगी जाहिर की है और इसे वोट बहिष्कार का जरिया बनाया है. मालवाड़ी के प्याज किसान जो आर्थिक रूप से कठिनाई में हैं, उन्होंने एक साथ आकर गांव-गांव में एक साइन बोर्ड लगाया है. इस बोर्ड पर लिखा है “अब हम तय करेंगे कि हमें वोट देना है या नहीं.”

किसानों ने ये साइन बोर्ड इस उम्मीद में लगाया गया है कि जब चुनाव में सत्ता पक्ष और विपक्ष के जन प्रतिनिधि वोट मांगने आएंगे तो उन्हें प्याज किसानों की अहमियत और उनकी परेशानी का पता चलेगा. ऐसे बोर्ड फिलहाल नासिक जिले के कई गांवों में लगाए जा रहे हैं, जहां प्याज उगाने वाले किसान बड़ी संख्या में हैं.

आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान

प्याज किसान पिछले कई महीनों से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. प्याज की खेती की लागत को देखते हुए, उन्हें प्याज का दाम नहीं मिल पाता है. किसानों की शिकायत है कि पिछले साल मार्च में जब पूरा गांव कठिनाइयों से जूझ रहा था, तब सत्ताधारी दल या विपक्ष का कोई भी नेता मालवाड़ी में परेशान किसानों से मिलने नहीं आया. इसलिए प्याज किसानों ने अब उन्हीं नेताओं को गांव में आकर ये पूछने से रोक दिया है कि वो लोकसभा चुनाव में वोट देंगे या नहीं. 

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किसानों पर प्रतिकूल प्रभाव 

प्याज की खेती करने वाले किसान शशि बागुल ने बताया कि केंद्र सरकार प्याज की कीमत को कम करने और कीमत को नियंत्रण में रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है, लेकिन कृषि विभाग और केंद्र सरकार की नीतियों के कारण किसानों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. इसमें सबसे बड़ी वजह प्याज के निर्यात पर लगा बैन है. निर्यात पर प्रतिबंध लगने से किसानों की कमाई मारी गई है. यहां तक कि अब अच्छे भाव भी नहीं मिल रहे हैं.

चुनाव का बहिष्कार कर रहे किसान

बात करें प्याज के किसानों की नाराजगी की तो इसका कारण सरकार के द्वारा प्याज पर लगाया गया निर्यात प्रतिबंध है. प्याज पर प्रतिबंध लगने की वजह से किसानों को उनके उपज का बेहतर दाम नहीं मिल रहा है. नासिक और उसके आसपास के क्षेत्रों में प्याज की काफी अधिक खेती की जाती है. लेकिन किसानों को वाजिब दाम नहीं मिलने के कारण यहां के किसान साइन बोर्ड लगाकर लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दे रहे हैं.