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बाजरा उत्कृष्टता केंद्र, बाजरा, महाराष्ट्र के दो जिलों की राजनीति

बाजरा उत्कृष्टता केंद्र, बाजरा, महाराष्ट्र के दो जिलों की राजनीति

सोलापुर में बनने के लिए पास इस सेंटर को बारामती में स्थानांतरित करने के फैसले पर सोलापुर जिले के लोगों की कड़ी नाराजगी सामने आई थी. उसको देखते हुए राज्य सरकार ने अब इस फैसले को बदल दिया है. अब सरकार ने यह केंद्र सोलापुर में ही स्थापित करने का निर्णय लिया है. हालांकि अब भी यह कहा जा रहा है कि इस फैसले को बारामती के नेता पलटने की कोशिश करेंगे.

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बाजरा उत्कृष्टता केंद्र बाजरा उत्कृष्टता केंद्र

मिलेट यानी मोटे अनाज (श्री अन्न) आजकल काफी लोकप्रिय हो रहे हैं. पिछले साल इसे लेकर किए गए प्रचार-प्रसार की वजह से यह लोगों की थाली का हिस्सा बनने लगा है. इसलिए अब किसान भी इसकी खेती पर जोर दे रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र में एक मिलेट एक्सीलेंस सेंटर बनाने को लेकर राजनीति तेज हो गई है. राजनीति की वजह से यह सेंटर सोलापुर और बारामती के बीच झूल रहा है. कभी सरकार कहती है कि यह सोलापुर में बनेगा तो कभी कहती है कि बारामती में बनेगा. फिर खबर आती है कि अब सोलापुर में ही बनेगा. यह केंद्र कृषि प्रसंस्करण उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है. यह किसानों के लिए कारगर साबित होगा, क्योंकि उन्हें इसकी खेती और खानपान से जुड़ी जानकारी मिलेगी. इसलिए दोनों जिलों के नेता चाहते हैं कि यह उनके यहां बने. अब भी यह कहा जा रहा है कि इस फैसले को बारामती के नेता पलटने की कोशिश करेंगे.

दक्षिण सोलापुर के विधायक सुभाष देशमुख ने कहा कि उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस, पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल के प्रयासों से यह श्री अन्न उत्कृष्टता केंद्र अब सोलापुर में ही स्थापित होगा. सोलापुर के लोगों के लिए यह निर्णय बहुत अच्छा है. किसानों को फायदा होगा. देशमुख ने कहा कि सोलापुर में बनने वाले मिलेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को बारामती में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन अब यह फैसला बदल दिया गया है. हालांकि देखना ये कि अब बारामती जिले के नेता क्या करते हैं.

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सोलापुर में ज्यादा होती है मोटे अनाज की खेती

सोलापुर में बनने के लिए पास इस सेंटर को बारामती में स्थानांतरित करने के फैसले पर सोलापुर जिले के लोगों की कड़ी नाराजगी सामने आई थी. उसको देखते हुए राज्य सरकार ने अब इस फैसले को बदल दिया है. अब सरकार ने यह केंद्र सोलापुर में ही स्थापित करने का निर्णय लिया है. जिले में ज्वार सहित अन्य मोटे अनाजों का क्षेत्रफल अन्य जिलों की तुलना में सर्वाधिक होने का दावा किया गया है. इसलिए यह केंद्र यहीं के लिए पास किया गया है. जब किसानों को पता चला था कि इसे बारामती में स्थापित किया जाएगा तब उन्होंने उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, मंत्रियों और जन प्रतिनिधियों समेत महागठबंधन के नेताओं के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी. 

चुनाव में पड़ सकता था असर

कहा जा रहा है कि मुख्य रूप से इस केंद्र को इस तरह दूसरे जिले में स्थानांतरित करने से सोलापुर के किसानों की नाराजगी का असर चुनाव में पड़ सकता था. विपक्ष इसका फायदा उठाता. सूत्रों ने बताया कि इस पृष्ठभूमि में सरकार को नया आदेश जारी करना पड़ा कि बारामती में स्थानांतरित श्री अन्न एक्सीलेंस सेंटर सोलापुर में ही स्थापित होगा. महाराष्ट्र मोटे अनाजों का प्रमुख उत्पादक है.

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