फरवरी के महीने को प्यार का महिना भी कहा जाता है. इस महीने में फूल से लेकर कई अन्य चीजों की मांग भी बढ़ जाती है. फूलों की बात करें तो गुलाब की मांग ज्यादा रहती है. हालांकि इस महीने में शादियां भी अधिक होती हैं. जिस वजह से गुलाब की मांग लगातार बनी रहती है. ऐसे में गुलाब की खेती कर रहे किसानों को इस मौसम में काफी मुनाफा होता है. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि किसान सही समय पर गुलाब कि खेती करना शुरू कर दें. साथ ही गुलाब की खेती अगर सही तरीके से की जाए तो इससे किसानों को अधिक लाभ मिल सकता है.
गुलाब की खेती हर प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है. हालाँकि, दोमट मिट्टी में बोने पर इसके पौधे बहुत तेजी से बढ़ते हैं. गुलाब के पौधे लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसकी खेती जल निकास वाली भूमि पर हो. इसके अलावा इसके पौधों को ऐसी जगह लगाएं जहां पर्याप्त मात्रा में सूरज की रोशनी पहुंचती हो. गुलाब भारत में हर जगह उगाया जाता है. गुलाब को बगीचों, खेतों, पार्कों, सरकारी और निजी भवनों के आंगनों और यहां तक कि घर के बगीचों और गमलों में भी उगाया और आनंद लिया जाता है.
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गुलाब पूरे उत्तर भारत में, विशेषकर राजस्थान और बिहार और मध्य प्रदेश में जनवरी से अप्रैल तक खिलता है. गुलाब की खेती दक्षिण भारत में बड़े पैमाने पर की जाती है, विशेषकर बैंगलोर, महाराष्ट्र और गुजरात में. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गुलाब के पौधे में अगर आप सही समय पर सिंचाई करते हैं तो इसका विशेष लाभ मिलता है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है गुलाब के पौधों में सिंचाई करने का सही समय.
रोपण और पहली सिंचाई के बाद गुलाब के पौधों की सिंचाई स्प्रिंकलर विधि से करनी चाहिए. स्प्रिंकलर सिंचाई के लिए 1 घंटे में 4 से 5 मिनट तक स्प्रिंकलर चलाना चाहिए. इस प्रकार दिन में 5 से 6 बार स्प्रिंकलर का प्रयोग करना चाहिए. ऐसा करने से पौधों की शाखाएं सूखती नहीं हैं और नई वृद्धि जल्दी होती है. पॉलीहाउस में जब गुलाब के पौधे पूर्ण रूप से विकसित हो जाएं तो उन्हें ड्रिप विधि से उर्वरक देकर सिंचाई करनी चाहिए. गुलाब के पौधों को दिन में 3 से 4 बार ड्रिप विधि से सिंचाई करनी पड़ती है.
बरसात और सर्दी के मौसम में सिंचाई की कम आवश्यकता होती है. पानी की मात्रा पौधों की वृद्धि और विकास तथा सूर्य के प्रकाश की तीव्रता पर निर्भर करती है. गर्मी के मौसम में पूर्ण रूप से विकसित गुलाब के पौधे को प्रतिदिन लगभग 1 लीटर पानी की आवश्यकता होती है. जब पौधे स्वस्थ होते हैं और सूर्य की रोशनी पड़ रही होती है तो गुलाब के पौधों को अधिक मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है. गुलाब के पौधों की सिंचाई सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच करनी चाहिए. रात के समय सिंचाई नहीं करनी चाहिए.
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