देश के कई हिस्सों में इन दिनों भारी और हल्की बारिश हो रही है, जिससे खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंच रहा है. खासकर गन्ने की खेती करने वाले किसानों के लिए यह समय चुनौती भरा है. बारिश के कारण गन्ने की फसल पर रस चूसने वाले कीटों का हमला हो रहा है, जिससे पौधों की वृद्धि रुक जाती है और पैदावार घटने लगती है.
ये कीट गन्ने की पत्तियों और जड़ों से रस चूसते हैं, जिससे पौधे सूखने लगते हैं और उनका विकास रुक जाता है. यदि समय पर कीटनियंत्रण के उपाय न किए जाएं तो पूरे खेत की फसल नष्ट हो सकती है.
उत्तर प्रदेश में गन्ने की फसल पर कीटों का खासा असर देखा जा रहा है. यहां लगातार बारिश के कारण कीटों को अनुकूल वातावरण मिल गया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, गन्ने की पत्तियों को चूसने वाले कीट तेजी से फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
राज्य सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर किसानों को मदद पहुंचाई जाए. गन्ना विकास विभाग, कृषि वैज्ञानिकों और फील्ड स्टाफ की मदद से किसानों को सही जानकारी और दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.
उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों की सहायता के लिए टोल-फ्री नंबर 1800-121-3203 जारी किया है. किसान इस नंबर पर कॉल करके कीटों की जानकारी दे सकते हैं और मदद मांग सकते हैं.
बारिश के बाद गन्ने की फसल पर कीटों का हमला एक गंभीर समस्या बन चुका है, लेकिन समय रहते उचित उपाय अपनाकर फसल को बचाया जा सकता है. सरकार और कृषि वैज्ञानिक भी इस अभियान में किसानों के साथ हैं. जरूरत है तो बस सतर्क रहने और समय पर सही निर्णय लेने की.
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