केंद्रीय इस्पात और भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बेंगलुरु में तीसरे एग्रीकल्चरल कीट जैव नियंत्रण एक्सपो और आईसीएआर-एनबीएआईआर (ICAR-NBAIR) की 33वीं स्थापना दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे और बेंगलुरु ग्रामीण सांसद सीएन मंजुनाथ भी उपस्थित रहे.
उद्घाटन समारोह में एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की भलाई और कृषि क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाएं चला रही है. उन्होंने किसानों से अपील की कि वे धान के साथ-साथ दालों की खेती भी करें, जिससे देश में दालों के आयात में कमी आ सके.
कुमारस्वामी ने बताया कि रासायनिक कीटनाशकों के उपयोग से मिट्टी की उपजाऊ शक्ति कम होती है. इसलिए जैविक खेती को बढ़ावा देना जरूरी है. उन्होंने कहा कि आईसीएआर-एनबीएआईआर (ICAR-NBAIR) किसानों को इस दिशा में सशक्त बना रहा है.
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हुआ है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है.
केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि पहले के किसानों को कृषक-मित्र कीटों के बारे में अधिक जानकारी थी. अब सरकार इस ज्ञान को आज के किसानों तक पहुंचाने का कार्य कर रही है. उन्होंने बताया कि जैविक खेती को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और इसे अपनाने वाले किसानों को प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है.
सांसद सीएन मंजुनाथ ने कहा कि इंसान की सेहत मिट्टी और फसल की गुणवत्ता पर निर्भर करती है. उन्होंने रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के बजाय जैविक तरीकों को अपनाने की जरूरत पर बल दिया.
इस कार्यक्रम के दौरान कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों और ICAR-NBAIR के वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया. संस्थान के निदेशक एसएन सुशील सहित कई गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे.
सरकार की प्राथमिकता किसानों का कल्याण और जैविक खेती को बढ़ावा देना है. इस दिशा में केंद्र सरकार लगातार योजनाएं चला रही है और कृषि वैज्ञानिक संस्थानों के माध्यम से किसानों को तकनीकी सहयोग प्रदान कर रही है.
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