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Garlic Price: लहसुन की कीमत में लगी आग, 280 रुपये किलो बढ़ गई कीमत, जानें ताजा रेट

Garlic Price: लहसुन की कीमत में लगी आग, 280 रुपये किलो बढ़ गई कीमत, जानें ताजा रेट

जगदेव पथ बाजार के एक सब्जी विक्रेता जगदीश ने शुक्रवार को कहा कि मार्केट में लहसुन की किल्लत हो गई है. डिमांड को पूरा करने के लिए दूसरे राज्यों से लहसुन का आयात किया जा रहा है. इससे कीमत बढ़ती जा रही है. जगदीश ने कहा कि एक बार जब स्थानीय रूप से उत्पादित लहसुन बाजार में आ जाएगा, तो कीमत अपने आप कम हो जाएगी.

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पटना में महंगा हुआ लहसुन. (सांकेतिक फोटो) पटना में महंगा हुआ लहसुन. (सांकेतिक फोटो)

लहसुन की बढ़ती कीमत से आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है. इससे कई परिवारों ने लहसुन खरीदना ही छोड़ दिया है. बिहार की राजधानी पटना में लहसुन काफी महंगा हो गया है. कुछ ही महीनों में इसका रेट 200 से 280 रुपये प्रति किलो बढ़ गया है. इससे लहसुन का भाव रिटेल मार्केट में 400 रुपये किलो पर पहुंच गया है. कहा जा रहा है कि उत्पादन और आवक में भारी गिरावट आने की वजह से लहसुन की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है. 

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, लहसुन की कीमत में बढ़ोतरी होने से सिर्फ आम जनता ही प्रभावित नहीं हुई है, बल्कि रेस्टोरेंट का भी बजट खराब हो गया है. डाक बंगला चौराहा स्थित एक रेस्तरां के मालिक रौशन ने बताया कि हम व्यंजनों में लहसुन की मात्रा कम नहीं कर सकते, क्योंकि इससे स्वाद प्रभावित होगा. ऐसे में ग्राहकों को शिकायतें बढ़ जाएंगी. साथ ही हम फूड आइटम की कीमतों को संशोधित भी नहीं कर सकते हैं. ऐसे में हमारा फायदे का मार्जिन कम हो रहा है.

महंगाई का जेब पर असर

वहीं, बोरिंग रोड की निवासी रागिनी रंजन कहती हैं कि मांसाहारी भोजन बनाने के लिए लहसुन एक महत्वपूर्ण सामग्री है. लेकिन कीमत बढ़ने के चलते हमने इसका उपयोग कम कर दिया है. अब हम 250 ग्राम लहसुन के लिए 100 रुपये का भुगतान कर रहे हैं, जो एक मध्यम वर्गीय परिवार के लिए काफी महंगा है.

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बड़े व्यापारी कर रहे स्टॉक

जगदेव पथ बाजार के एक सब्जी विक्रेता जगदीश ने शुक्रवार को कहा कि मार्केट में लहसुन की किल्लत हो गई है. डिमांड को पूरा करने के लिए दूसरे राज्यों से लहसुन का आयात किया जा रहा है. इससे कीमत बढ़ती जा रही है. जगदीश ने कहा कि एक बार जब स्थानीय रूप से उत्पादित लहसुन बाजार में आ जाएगा, तो कीमत अपने आप कम हो जाएगी. उन्होंने कहा कि महंगाई के लिए थोक विक्रेता भी जिम्मेदार हैं. क्योंकि वे इसे ब्लैक मार्केट में बेचने के लिए उत्पादों का स्टॉक करते हैं. 

विक्रेता ने कहा कि लहसुन की कीमत में सबसे अधिक बढ़ोतरी सर्दियों के दौरान आई है, जब औषधीय महत्व के कारण लहसुन की खपत बढ़ जाती है. खासकर बुजुर्ग, खुद को गर्म रखने के लिए सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन करते हैं. कंकड़बाग निवासी सेवानिवृत्त सरकारी क्लर्क शिवेश चंद्र झा ने कहा कि मैं पूरे सर्दियों में गर्म पानी के साथ लहसुन और शहद लेता हूं, लेकिन ऊंची कीमत परेशान कर रही है. 

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अहमदाबाद में 500 रुपये किलो है रेट

अहमदाबाद में लहसुन की थोक कीमत 250 रुपये से 300 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच है, जबकि खुदरा बाजार में यह 450 रुपये से 500 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच है. वहीं, नए सीज़न की आवक बढ़ने के कारण इंदौर में लहसुन की कीमतें गिर गई हैं. लहसुन, आलू और प्याज के व्यापारी मोहन गौड़ ने कहा कि लहसुन की कीमतें 350 रुपये प्रति किलोग्राम से गिरकर 100-200 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं.