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Rajasthan: चीफ सेक्रेट्री पहुंची खेतों में, खेती में काम आ रही टेक्नोलॉजी को समझा

Rajasthan: चीफ सेक्रेट्री पहुंची खेतों में, खेती में काम आ रही टेक्नोलॉजी को समझा

राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा जयपुर जिले के कई गांवों में जाकर खेती में इस्तेमाल हो रही तकनीक को समझा. साथ ही खेती-बाड़ी में हो रहे इनोवेशंस को देखा और कई प्रगतिशील किसानों के साथ बातचीत की.

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चीफ सेक्रेट्री उषा शर्मा ने कई गांवों में खेतों में जाकर किसानों से बातचीत की. फोटो- DIPR चीफ सेक्रेट्री उषा शर्मा ने कई गांवों में खेतों में जाकर किसानों से बातचीत की. फोटो- DIPR

राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने जयपुर जिले के कई गांवों में जाकर खेतों का मुआयना किया. सीएस ने खेती और बागवानी में हो रहे नवाचारों को समझा और प्रगतिशील किसानों के साथ बातचीत की. उषा शर्मा जयपुर जिले के बसेड़ी, गुड़ा कुमावतान, बस्सी झाझड़ा और बालोलाई गांवों का दौरा किया. इन गांवों में 300 से ज्यादा किसान ग्रीन हाउस खेती कर रहे हैं. ये किसान संरक्षित खेती के साथ-साथ ड्रिप, मिनी स्प्रिंकलर, सोलर पंप, मल्चिंग, लो टनल, फार्म पॉंड बनाकर खेती करते हैं. दौरे के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि कृषि का राज्य की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान रहा है.

राज्य सरकार द्वारा कृषि एवं उद्यानिकी के क्षेत्र में नवाचार किए जा रहे हैं. नवाचारों के लिए काम में आने वाले उपकरण और अन्य चीजों पर सरकार सब्सिडी भी देती है. इससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. 

रोशन लाल ड्रिप सिस्टम से करते हैं सब्जी की खेती

सीएस एक युवा किसान रोशन लाल से मिलीं. रोशन कहते हैं कि उन्होंने पॉली हाउस में ड्रिप सिस्टम से सब्जियों की खेती की है. वे उन्नत किस्म के ऑर्गेनिक खीरा, टमाटर, हरी मिर्च और फूलों की खेती कर रहे हैं. खेती में तकनीक एवं इसके आर्थिक पक्ष के बारे में सीएस ने किसान से चर्चा की. रोशन ने बताया कि जैविक खेती मॉडल अपनाने से खेती में इंसेक्ट ट्रैप कार्ड, सोलर लाइट ट्रैप द्वारा कृषि में नवाचार कर परंपरागत खेती से अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. 

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रोशन लाल की तरह मुख्य सचिव ने बसेड़ी गांव के रहने वाले प्रगतिशील किसान भैरू राम थाकन के फार्म हाउस पर संरक्षित खेती, ग्रीन हाउस, शेडनेट हाउस, प्लास्टिक मल्च और लो टनल आदि में पैदा की जा रही सब्जियों के बारे में जानकारी ली. भैरू राम ने सीएस को बताया कि लो टनल से सामान्य फसलों के मुकाबले एक महीने पहले उपज ली जा सकती है. फसल बाजार में आने से पहले ही बाजार में बेच सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.

पारंपरिक खेती के साथ ही उद्यानिकी फसलें वरदान साबित हो रही हैं. उद्यानिकी फसलों से किसानों की आय में वृद्धि हो रही है. किसानों ने कहा कि वर्षा जल संग्रहण के लिए फार्म पॉन्ड बनाने से क्षेत्र के जल स्तर में वृद्धि हो रही है और बेहतर उत्पादन लिया जा रहा है. 

प्रति एकड़ 15 लाख तक की आय ले रहे किसान

चीफ सेक्रेट्री ने किसान बाबूलाल मेहरिया के खेत पर जाकर भी अपनाई जा रही तकनीकों को समझा. किसानों ने बताया कि नई तकनीकी से क्षेत्र के किसान प्रति एकड़ 10 से 15 लाख की आय ले रहे हैं. किसानों ने बताया कि सूक्ष्म सिंचाई मिशन तथा राज्य सरकार द्वारा बजट में की गई घोषणाओं की तारीफ की और योजनाओं का लाभ ले रहे हैं.

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सब्सिडी का लाभ लें किसान

उषा शर्मा ने राज्य सरकार के कृषि एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा किसानों के लिए अनुदान पर चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी किसानों को दी. उन्होंने कहा कि किसान इन योजनाओं का लाभ लें और दूसरे किसानों को भी लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित करें. 

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