महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले में भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. रविवार देर रात से जारी मूसलाधार बारिश और जायकवाड़ी डैम से छोड़े गए पानी ने स्थिति और गंभीर बना दी है. जायकवाड़ी डैम से गोदावरी नदी में एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है. प्रशासन ने पहले ही लोगों को अलर्ट किया था कि डैम के गेट खोले जाएंगे, लेकिन लगातार हो रही बारिश की वजह से गोदावरी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा और किनारे बसे गांवों में पानी घुस गया. किसानों की खरीफ की फसलें जैसे- तुअर, उड़द, सोयाबीन, कपास, मक्का और प्याज पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं.
किसानों का कहना है कि सरकार को जल्द से जल्द पंचनामा कर मुआवजा देना चाहिए. उनका यह भी कहना है कि जिनकी फसलों का बीमा किया गया था, उसका भुगतान तुरंत किया जाए. पैठण तहसील इस बारिश और बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है. पाचोड़, अडूल, बिहामंडवा और काधहाथन जैसे गांवों में खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं. पैठण तहसील के एक किसान ने बताया कि हर्षी शिवार गांव के हालात तो और भी खराब हैं. यहां बादल फटने जैसी स्थिति बनी है. रातभर हुई जोरदार बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए और पूरा इलाका पानी-पानी हो गया है. सैकड़ों हेक्टेयर खेतों में खड़ी फसलें जैसे - तुअर, मक्का, कपास, सोयाबीन, उड़द, मौसंबी, डालिंब और मूंग पूरी तरह डूब गईं.
एक दूसरे किसान, खेतों में भरा पानी दिखाते हुए कहते हैं कि इससे इलाके के प्याज किसानों को बड़ा झटका लगा है. किसानों ने अपने प्याज को गोदामों में स्टोर करके रखा था, लेकिन मूसलाधार बारिश से गोदामों में भी पानी भर गया. साफ देखा जा सकता है कि गोदाम में रखा प्याज पानी में तैरने लगा और किसान मजबूरी में अपनी प्याज को पानी से निकालते नजर आए. पैठण तहसील के नटकारवाड़ी गांव में भी यही हाल है. यहां खेत पूरी तरह पानी में डूब गए हैं. गांव-गांव को जोड़ने वाले रास्ते कट गए हैं, जिससे ग्रामीणों का बाहर आना-जाना मुश्किल हो गया है.
पैठण तहसील के पंथेवाड़ी गांव में आधी रात डेढ़ बजे तेज बारिश से अचानक बाढ़ आ गई. रहाटगांव के चरवाहे मल्हारी डोईफोडे और अंबादास खोलासे की 54 बकरियां, एक बैल, दो बछड़े और पूरा घरेलू सामान बाढ़ में बह गया. तीन मोबाइल फोन भी पानी में चले गए. इस घटना से दोनों परिवार पूरी तरह बेघर हो गए हैं. रविवार को तलाठी शीतल झिरपे ने पंचनामा किया. इतना ही नहीं, रविवार को दौलताबाद में लगने वाला साप्ताहिक बाजार भी बारिश की चपेट में आ गया. सुबह से किसान अपनी सब्जियां और तरकारी लेकर बाजार पहुंचे थे, लेकिन दोपहर तक मूसलाधार बारिश और पानी भरने की वजह से उनकी मेहनत पानी में बह गई.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किसान अपनी सब्जियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन तेज पानी का बहाव इतना ज्यादा था कि सब्जियां बह गईं. मिठाई और मसालों की दुकानों में रखा सामान भीग गया और ग्राहक भी बाजार छोड़कर घर लौटने लगे. स्थानीय लोग और किसान प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि ऐसे हालात में बाजार और गांवों की व्यवस्था दुरुस्त की जाए. बारिश और बाढ़ ने इस इलाके में किसानों और व्यापारियों दोनों को भारी नुकसान पहुंचाया है.
(सोर्स: इसरारुद्दीन चिश्ती)
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