महाराष्ट्र के मिनी कश्मीर कहे जाने वाले महाबलेश्वर पंचगणी में बेमौसम बारिश के साथ ओले गिरे हैं जिससे कई फसलों का भारी नुकसान हुआ है. गुरुवार दोपहर और शुक्रवार की शाम झमाझम बारिश हुई जिसने किसानों की परेशानियों को बढ़ा दिया.
महाबलेश्वर में हुई ओलावृष्टि से चारों और सफेदी की चादल बिछ गई जिसका सबसे अधिक आनंद सैलानियों ने लिया. यहां गर्मियों में बड़ी संख्या में लोग घूमने आते हैं. तेज बारिश और ओलावृष्टि से एक तरफ फसलों का नुकसान हुआ तो दूसरी ओर तापमान में बड़ी गिरावट आई.
तेज बारिश से एक बार फिर गेहूं की फसल भीग गई. अब इस फसल के पूरी तरह सूखने तक किसान थ्रेसिंग नहीं करवा सकते. महाबळेश्वर की पहचान स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए भी प्रसिद्ध है. इसकी खेती यहां अंतिम दौर में चल रही है. जिन लोगों ने फल निकाल लिए उन्हें कोई परेशानी नहीं. लेकिन कई किसानों की स्ट्रॉबेरी मारी गई है.
पूरे महाबलेश्लर में बिजली की कड़कड़ाहट के साथ बारिश हुई. शुक्रवार को जोरदार बादल गरजे और चमक के साथ बारिश हुई. महाबळेश्वर पंचगणी भिलार के साथ कई इलाकों से ओले गिरने की खबरें भी सामने आईं. इससे कई फसलें खासकर स्ट्रॉबेरी की खेती प्रभावित हुई है.
महाबळेश्वर तहसील में और पंचगणी के कही इलाके में गेहूं की फसलें खेतों में खड़ी हैं. कई किसानों ने भूसा निकालने के लिए गेहूं की कटाई कर खेतों में रख लिया लेकिन थ्रेसिंग नहीं करवा पाए. इससे पहले ही मौसम में बदलाव हो गया और पूरी फसल खराब हो गई.
सतारा के महाबळेश्वर में पिछले दो दिनों से मौसम खराब होने के कारण यहां कई तालुक में बेमौसम बारिश हुई है. इसी के साथ पंचगणी में ओले भी गिरे हैं. बारिश और ओलों ने इस पूरे इलाके में फसलों का भारी नुकसान किया है. इन फसलों में गेहूं और स्ट्रॉबेरी सबसे प्रमुख हैं.
गेहूं जैसे फसल को लेकर किसान सबसे अधिक चिंतिंत हैं क्योंकि कई इलाके में खेत में फसल रखी हुई है. कई जगह अभी कटाई चल रही है. अब ये फसलें पूरी तरह से भीग गई हैं. स्ट्रॉबेरी की जहां तक बात है तो ओलों ने इसके फल और फूल को बड़ा नुकसान पहुंचाया है.(इम्तियाज मुजवर की रिपोर्ट)
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