
ऐसे वक्त में अब जब धान की कटाई का समय नजदीक है, करनाल के पुंड्रक गांव के किसान ने अपनी 5 एकड़ धान की खड़ी फसल को ट्रैक्टर और हेरो मशीन से नष्ट कर दिया. धान फसल कीट-बीमारी की चपेट में आने और ज्यादा बारिश के कारण खेतों में जलनिकासी न हो पाने से किसान नाराज था और गुस्से में खेत में लगी खड़ी फसल नष्ट कर दी. किसान सतीश ने धान फसल नष्ट करने के बाद बताया कि उनकी फसल में कीट का ज्यादा प्रकाेप हुआ था और बारिश के जमा हुए पानी के कारण भी फसल को काफी नुकसान हुआ था, जिसके बाद आज ट्रैक्टर से धान फसल पर हेरो चला दिया.
किसान सतीश ने कहा फसल में बिल्कुल भी दाना नहीं था. जब किसान से पूछा गया कि फसल खराब होने पर उन्होंने किसी कृषि वैज्ञानिक से क्यों संपर्क नहीं किया तो किसान ने कहा कि बहुत से कृषि वैज्ञानिकों से संपर्क किया और उन्हें अपनी फसल की समस्या से भी अवगत करवाया, लेकिन कहीं से भी कोई संतुष्ट जवाब नहीं आया. इसके बाद उन्होंने अपनी पांच एकड़ धान की फसल पर आज ट्रैक्टर से हीरो चला दिया.
किसान सतीश ने बताया किसान अपनी फसल पर ही निर्भर रहता है और आज आप देख सकते हैं कि कितनी फसल का नुकसान हो चुका है. उन्होंने कहा 5 एकड़ में उन्हें चार लाख से अधिक रुपये का नुकसान हुआ है. किसान ने कहा कि खराब हुई फसल का अब मैं क्या करूंगा. इसलिए आज फसल को नष्ट कर दिया. किसान ने सरकार से मुआवजे की गुहार लगाई है कि उनकी खराब हुई फसल का सरकार उन्हें कुछ मुआवजा दे, जिससे उन्हें कुछ राहत मिले.
वहीं, गांव के रहने वाले डॉक्टर गौरव शर्मा ने बताया सतीश एक छोटा सा किसान है, जिसकी 5 एकड़ धान फसल लगी थी. बच्चों का पालन पोषण फसल पर ही निर्भरता और आज इसने अपनी 5 एकड़ फसल को नष्ट कर दिया. उन्होंने कहा पूरे 3 महीने की मेहनत को आज चंद मिनट में मिट्टी में मिला दिया. उन्होंने कहा सरकार से केवल अब एक ही अपील करते हैं कि किसान भाई को सरकार मुआवजा दे, ताकि वह अपने बच्चों का पालन पोषण कर सके.
उन्होंने कहा कई कृषि वैज्ञानिकों से हमने बातचीत की, लेकिन कोई भी संतुष्ट जवाब नहीं मिला. इसके बाद परेशान होकर आज किस द्वारा एक कदम उठाया गया है और अपनी फसल को नष्ट किया गया. हालांकि, फसल किस रोग और कीट के कारण खराब हुई, इसके बारे में कुछ खास जानकारी सामने नहीं आई. किसान का साफ तौर पर यही कहना है कि पानी और कीट लगने के कारण उनकी धान की फसल खराब हो गई.
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