ड्रैगन फ्रूट की खेती आज के दौर में किसानों के लिए मुनाफे की खेती साबित हो रही है और देश के अलग-अलग राज्यों के किसान इसकी खेती करके अच्छी कमाई कर रहे हैं. हरियाणा के करनाल स्थित घरौंडा में भी एक प्रगतिशील युवा किसान ने ड्रैगन फ्रूट की खेती की है. युवा किसान कुलदीप राणा के फार्म में ड्रैगन फ्रूट की एक नहीं बल्कि 67 प्रकार की वेरायटी उपलब्ध है. जबकि आठ से नौ वेरायटी के ड्रैगन फ्रूट की पैदावार इस वक्त उनके फार्म मे हो रही है. इसके अलावा अन्य वेरायटी पर भी काम हो रहा है.
ड्रैगन की खेती के लिए मशहूर युवा किसान कुलदीप ने साल 2019 में बागवानी शुरू की थी और आज वह इससे लाखों रुपये कमा रहे हैं. आज ड्रैगन फ्रूट की खेती के जरिए कुलदीप राणा ना सिर्फ अच्छे पैसे कमा रहे हैं बल्कि देश और विदेशों के किसानों के बीच भी वो काफी मशहूर हो गए हैं. ड्रैगन फ्रूट की खेती में कुलदीप का परिवार इतनी महारत हासिल कर चुका है कि कई राज्यों के किसान और विदेशी लोग भी उनके ड्रैगन फ्रूट फार्म देखने के लिए आते है.
कुलदीप ने साउथ अफ्रीका से वापस लौटने के बाद आधे एकड़ जमीन में ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की थी. इस कार्य में उन्हें अपने परिवार का पूरा सहयोग मिला. अपनी सफलता को लेकर कुलदीप बताते हैं कि अगर लगन और मेहनत से काम किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है.ड्रैगन फ्रूट की खेती को लेकर उन्होंने कहा कि आज के दौर में किसामों के पास जमीन कम होती जा रही है और उसी जमीन से किसानों को अधिक पैसे कमाने हैं. पर अगर पारंपरकि तरीके से धान और सब्जियों की खेती करते हैं तो उन्हें फायदा नहीं होगा.
जबकि ड्रैगन फ्रूट की खेती से किसान कम जमीन पर भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इसमें कम लागत आती है और पानी की भी बचत होती है. इसके अलावा बेहतरीन उत्पादन होता है. इसके एक एक फल का वजन 300 से 400 ग्राम तक होता है. बाजार में एक ड्रैगन फ्रूट की कीमत प्रति पीस 80 से 100 रुपए तक है. एक पिलर मे ड्रैगन फ्रूट का उत्पादन 10-12 किलो तक होता है.
कुलदीप राणा की माने तो ड्रेगेन फ्रूट के खेती की विशेषता यह है कि इसके पौधों में रोग और कीट नहीं लगते हैं. इसके पौधों में किसी तरह के कीट लगने या बीमारी होने का कोई भी मामला सामने नहीं आया है. इसकी खेती में कीटनाशकों का प्रयोग न के बराबर होता है. कुलदीप मे कहा कि कि उसके पास नेपाल तक के किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में जानने के लिए आ चुके हैं.ड्रैगन फ्रूट एक प्रकार की कैक्टस बेल है. भारत में इसे कमलम के नाम से पहचान दी गई है.
इसके फल गूदेदार और रसीले होते हैं. ड्रैगन फ्रूट दो तरह का होता है. एक सफेद गूदे वाला और दूसरा लाल गूदे वाला होता है. इसके फूल बहुत ही सुगंधित होते हैं, जो रात में ही खिलते हैं और सुबह तक झड़ जाते हैं. इसके एक पौधे से 8 से 10 फल प्राप्त होते हैं. ड्रेगेन फ्रूट का इस्तेमाल सलाद, मुरब्बा, जेली और शेक बनाने में किया जाता है. स्वास्थ्य के लिहाज से भी ये फल काफी लाभकारी माना जाता है. इसका प्रयोग से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है.
इसका सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है.इससे डायबिटीज होने का खतरा कम हो जाता है. इसके सेवन हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद बताया गया है. इसके अलावा कैंसर रोग में भी इसका सेवन आरामदायक बताया जाता है. ये शरीर में कोलेस्ट्रॉल की नियंत्रित करता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है. कुलदीप राणा के ड्रेगन फूट फार्म पर 67 तरह की वैरायटी उपलब्ध है. आधे एकड़ से खेती की शुरूआत करने के बाद आज कुलदीप दो एकड़ 15 डिसमिल में ड्रैगन फ्रूट की खेती कर लाखों रुपए कमा रहे हैं.
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