लोगों को लगता है कि बिहार में किसान सिर्फ धान और गेहूं जैसी पारंपरिक फसलों की ही खेती करते हैं, लेकिन ऐसी बात नहीं है. अब यहां के किसान बागवानी में भी खासा दिलचस्पी ले रहे हैं. खास कर किसान फूलों की खेती कुछ ज्यादा ही कर रहे हैं. इससे कई किसानों की इनकम बढ़ गई है. यही वजह है कि राज्य सरकार भी अब प्रदेश में फूलों की खेती पर फोकस कर रही है. इसके लिए वह किसानों को सब्सिडी दे रही है.
उद्यान विभाग के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार प्रदेश में फूलों का रकबा बढ़ाना चाहती है. इसके लिए सरकार गेंदे के फूल की खेती करने वाले किसानों को 70 फीसदी सब्सिडी दे रही है .खास बात यह है कि बिहार सरकार ने राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत प्रदेश में फूलों की खेती करने वाले किसानों को ये सब्सिडी राशि देगी. अगर किसान भाई सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं, तो उद्यान विभाग की साइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. अगर आप चाहें, तो अधिक जानकारी के लिए उद्यान जिला पदाधिकारी से भी सन्पर्क कर सकते हैं.
500 हेक्टेयर में फूलों की खेती
सरकार राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत प्रदेश में गेंदे के फूल का रकबा बढ़ा कर 500 हेक्टेयर करना चाहती है. जबकि, 70 हेक्टेयर में ग्लेडियोलस की खेती की जाएगी. ग्लेडियोलस की खेती प्रदेश के सिर्फ 13 जिलों में ही की जाएगी. यानि सिर्फ 13 जिलों के किसानों को ही ग्लेडियोलस की खेती करने पर सब्सिडी का फायदा मिलेगा. बड़ी बात यह है कि पहले आओ पहले पाओ के आधार पर आवेदन का चयन किया जाएगा. पिछले साल 300 हेक्टेयर में किसानों ने गेंदे के फूल की खेती की थी. इससे सैकड़ों किसानों की इनकम बढ़ गई है. ऐसे में सरकार ने चतुर्थ रोड मैप के तहत इस साल फूलों की खेती में विस्तार करने का फैसला किया.
28 हजार रुपये फ्री में मिलेंगे
खास बात यह है कि राज्य सरकार ने गेंदे के फूल की खेती के लिए 40 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर लागत तय की है. इसके ऊपर से आपको 70 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी. अगर आप एक हेक्टेयर में फूल की खेती करते हैं, तो आपको 28 हजार रुपये फ्री में मिलेंगे.
पटना जिले में सबसे अधिक गेंदे की खेती
पटना जिले में सबसे अधिक 70 हेक्टेयर में किसान भाई गेंदे के फूल की खेती करते हैं, जबकि आरा जिले में इसका रकबा सबसे कम है. इस जिले में किसान भाई महज 5 हेक्टेयर में ही गेंदे के फूल की खेती करते हैं. इसी तरह पटना जिले में 10 हेक्टेयर में ग्लेडियोलस की खेती होती है. जबकि नालंदा, भागलपुर, औरंगाबाद और मुजफ्फरपुर में 5- 5 हेक्टेयर ग्लेडियोलस का रकबा है.
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