हरियाणा सरकार ने राज्य के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए बड़ी घोषणा की है, इसके तहत राज्य के किसानों को अब सभी 24 फसलों पर एमएसपी दी जाएगी. झारखंड के किसान भी हरियाणा सरकार के फैसले के बाद अब सभी फसलों पर एमएसपी देने के मांग कर रहे है. किसानों का कहना है कि फिलहाल सिर्फ धान की खरीद ही एमएसपी पर की जाती है. अगर और भी फसलों पर एमएसपी मिले तो किसान उन फसलों की खेती करने के लिए आगे आएंगे.
राजधानी रांची के बुढ़मू प्रखंड का हिसरी गांव खेती के लिए जाना जाता है. यहां पर किसान धान के अलावा सब्जियों की खेती करते हैं. गांव के किसान अर्जुन महतो ने हरियाणा सरकार के फैसले पर कहा कि यह फैसला किसानों के लिए काफी फायदेमंद होने वाला है. सरकार के इस फैसले से किसानों को उनकी फसलों के अच्छे दाम मिलेंगे और उनकी कमाई बढ़ेगी. अर्जुन महतो पिछले 40 साल से खेती करते हैं. उन्होंने कहा कि एमएसपी पर धान कब बेचा था यह उन्हें याद भी नहीं है. जबकि वो हर साल 15 एकड़ में धान की खेती करते हैं.
ठाकुरगांव के किसान जय कुमार कुशवाहा ने हरियाणा सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि झारखंड के किसानों को भी ये लाभ मिलना चाहिए, राज्य सरकार को तुरंत ही इस मामले पर कोई एक्शन लेना चाहिए ताकि राज्य के किसानों को राहत मिल सके. हालाकि, उन्होंने कहा कि सरकार अगर इस फैसले को लागू भी करती है तो इसे अच्छे तरीके से लागू करना सरकार के लिए चुनौती है. क्योंकि राज्य में धान की खरीद को लेकर जो स्थिति है उसके अनुसार किसानों को भरोसे में लेना एक बड़ी समस्या है. धान खरीद को लेकर किसानों विश्वास लैंप्स और पैक्स से उठ रहा है.
प्रकाश ठाकुर ने बताया कि एमएसपी पर वो सिर्फ धान ही बेच पाते हैं, जबकि वो मक्का, अरहर, रागी, और धान की खेती करते हैं. उन्होंने कहा की झारखंड के किसानों को धान के अलावा अन्य फसलों पर भी एमएसपी मिलनी चाहिए ताकि वो अन्य फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित हो सके. जबकि राजेश कुमार कुशवाहा ने कहा की वो झारखंड सरकार से मांग करते हैं कि हरियाणा के तर्ज पर राज्य के किसानों से फसलों पर एमएसपी की खरीद की जानी चाहिए. अगर राज्य सरकार उनकी बात नहीं सुनेगी तो सभी किसान एकजुट होकर आंदोलन भी कर सकते हैं.
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