उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है. जिले के पांच इलाकों, झुंगिया बाजार, एल्युमिनियम फैक्ट्री एरिया, तारामंडल, भगत चौराहा और शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान में मुर्गियों के नमूनों में वायरस पाया गया है. राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (NIHSAD), भोपाल ने पुष्टि की है कि इन इलाकों से लिए गए नमूनों में एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) के H5N1 और H9N2 स्ट्रेन पाए गए हैं. यह जानकारी अपर नगर आयुक्त निरंकार सिंह ने दी.
बर्ड फ्लू के फैलाव को रोकने के लिए गोरखपुर प्रशासन ने सभी जीवित पक्षियों की मंडियों को तुरंत बंद करने का आदेश दिया है. यह बंदी अगले 21 दिनों तक जारी रहेगी.
प्रशासन ने वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में एक किलोमीटर की सीमा के अंदर सभी मुर्गियों को मारने (कुलिंग) की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यह कार्य केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार किया जा रहा है.
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संक्रमित इलाकों में सिर्फ मुर्गियों को खत्म करने का ही नहीं बल्कि वहां व्यापक स्तर पर सफाई और सैनिटाइजेशन का भी काम किया जा रहा है, ताकि संक्रमण आगे न फैले.
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने जिलेभर में रैपिड रिस्पॉन्स टीमें सक्रिय कर दी हैं. इसके अलावा सदर पशु अस्पताल में एक नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) भी बनाया गया है, जिससे हर स्थिति पर नजर रखी जा सके.
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बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद जिले में अब तक कुल 1,328 नमूनों की जांच की जा चुकी है. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे संक्रमित क्षेत्रों में पक्षियों से दूरी बनाए रखें, मरी हुई या बीमार मुर्गियों की सूचना तुरंत प्रशासन को दें और बाजारों से कच्चे मांस की खरीदारी से पहले जांच कर लें कि वह सुरक्षित है या नहीं.
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