भैंस पालना कमाई के लिहाज से काफी अच्छा करोबार माना जाता है. पुराने समय में जिनके घर में भैंसें होती थीं उन्हें संपन्न माना जाता था. आज भी यही मामला चल रहा है. अगर आप भैंस पालन करते हैं तो उनका रखरखाव और खान-पान गायों को मुकाबले अधिक बेहतर करना होता है. हालांकि भैंस पालन करके आप अच्छी-खासी कमाई भी कर सकते हैं. अधिकांश लोग भैंस पालकर लाखों की कमाई कर रहे हैं. आप भी भैंस पालकर डेयरी फार्मिंग से जुड़ना चाहते हैं तो भैंसों की 4 बेहतर नस्ल के बारे में जान लीजिए.
भैंसों की सबसे खास नस्ल की बात होगी तो मुर्रा नस्ल की भैंस जरूर चर्चा में रहेगी. ये भैंस अधिक दूध देने के मामले में टॉप पर मानी जाती है. अगर आप सही देखभाल करते हैं तो इस भैंस से दिन में 20 लीटर तक दूध प्राप्त कर सकते हैं. इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होती है. डेयरी फार्मिंग करने वालों के लिए मुर्रा नस्ल की भैंस पालना अच्छा विकल्प माना जाता है.
मेहसाणा भैंस गुजरात राज्य में काफी लोकप्रिय है. धीरे-धीरे ये देश के अन्य राज्यों में भी खूब पाली जाने लगी हैं. मेहसाणा भैंस के साथ आप डेयरी फार्मिंग की शुरुआत कर सकते हैं. ये भैंस आपको दिन में 15-18 लीटर तक दूध दे सकती है. इन भैंसों को पालना भी आसान होता है.
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भैंसों की खास नस्लों की चर्चा में सूरती नस्ल की भैंस का भी जिक्र होता है. अधिक दूध देने के साथ-साथ ये भैंसें अपनी बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए भी फेमस होती हैं. आपको बता दें कि सूरती भैंस एक दिन में 15 लीटर तक दूध देने के लिए जानी जाती है. इस भैंस को अच्छे माहौल में पालते हैं जो और अधिक दूध दे सकती है.
भदावरी नस्ल की भैंस भी पशुपालकों के लिए फेमस होती है. ये एक दिन में 08 लीटर के आसपास दूध देती है जो कि अन्य नस्ल के भैंसों के मुकाबले थोड़ा कम है लेकिन खास बात ये इसके दूध में सबसे अधिक फैट पाया जाता है. भदावरी नस्ल के भैंस के दूध में 18 फीसदी तक फैट पाया जाता है जिससे डेयरी प्रोडक्ट्स बनाए जाते हैं और डेयरी फार्मर्स की अधिक कमाई होती है.
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