Cow-Buffalo Care Tips: आने वाले मौसम में न घटे दूध उत्पादन तो अभी से जरूर करें ये 20 काम

Cow-Buffalo Care Tips: आने वाले मौसम में न घटे दूध उत्पादन तो अभी से जरूर करें ये 20 काम

Animal Care Tips बदलते मौसम के चलते पशु तनाव में आ जाते हैं. तनाव के चलते ही पशुओं का दूध भी कम हो जाता. पशुपालक को इसका खामियाजा आर्थिक नुकसान के रूप में उठाना पड़ता है. लेकिन, अगर वक्त रहते कुछ ऐहतियाती कदम उठा लिए जाएं तो इस तरह की परेशानी और आर्थिक नुकसान से बचा जा सकता है. साथ ही हमारे पशु भी हैल्दी रहेंगे. 

Advertisement
Cow-Buffalo Care Tips: आने वाले मौसम में न घटे दूध उत्पादन तो अभी से जरूर करें ये 20 काम

Animal Care Tips ऐसा माना जाता है कि गर्मियों के मुकाबले सर्दियों के मौसम में गाय-भैंस आसानी और भरपूर दूध देती हैं. कुछ हद तक ये बात सही भी है. लेकिन ये भी तभी मुमकिन है जब आने वाले सर्दियों के मौसम के लिए अभी से कुछ तैयारी कर ली जाए. क्योंकि आने वाला मौसम दूध देने और जुगाली करने वाले पशुओं के लिए कई तरह से बहुत खास होता है. क्योंकि इस मौसम का अक्टूबर वो महीना है जब मौसम को देखते हुए प्ला‍न के हिसाब से पशुओं को गाभिन कराया जाता है. जिन्हें गर्मी की शुरुआत में गाभिन कराया गया होता है तो वो पशु अक्टूबर में बच्चा देने वाले होते हैं. 

एक और बड़ी बात ये है कि गाय हो या भैंस, उनकी सबसे ज्यादा खरीद-फरोख्त भी अक्टूबर और नवंबर में होती है. और अलर्ट करने वाली बात ये है कि यही वो महीना है जब मौसम बदलने के साथ ही कई तरह की बीमारियां भी आती हैं. कई बार तो मौसमी बीमारियां पशुओं के लिए जानलेवा भी साबित हो जाती हैं. 

गाय-भैंस हेल्दी और ज्यादा दूध चाहिए तो बना लें ये प्लान 

  • अक्टूबर से सर्दी शुरू हो जाती है. इसलिए पशुओं को सर्दी से बचाने का इंतजाम कर लें. 
  • सर्दी के मौसम में ज्यादातर भैंस हीट में आती हैं, ऐसा होते ही पशु को गाभिन कराएं. 
  • भैंस को मुर्राह नस्ल के नर से या नजदीकी केन्द्र पर कृत्रिम गर्भाधान कराएं. 
  • भैंस बच्चा देने के 60-70 दिन बाद दोबारा हीट में ना आए तो फौरन जांच कराएं. 
  • गाय-भैंस को जल्दी हीट में लाने के लिए मिनरल मिक्चर जरूर खिलाएं. 
  • पशुओं को बाहरी कीड़ों से बचाने के लिए समय-समय पर दवाई का छिड़काव कराएं. 
  • दुधारू पशुओं को थैनेला रोग से बचाने के लिए डाक्टर की सलाह लें. 
  • पशुओं को पेट के कीड़ों से बचाने के लिए डॉक्टर की सलाह पर दवाई दें.
  • हरे चारे के लिए बरसीम की बीएल 10, बीएल 22 और बीएल 42 की बिजाई अक्टू‍बर में कर दें. 
  • बरसीम का ज्यादा चारा लेने के लिए सरसों की चाइनीज कैबिज या जई मिलाकर बिजाई करें.
  • बरसीम के साथ राई मिलाकर बिजाई करने से चारे की पौष्टिकता और उपज दोनों ही बढ़ती हैं.
  • बरसीम की बिजाई नए खेत में कर रहे हैं तो पहले राइजोबियम कल्चर उपचारित जरूर कर लें.
  • जई का ज्यादा चारा लेने के लिए ओएस 6, ओएल 9 और कैन्ट की बिजाई अक्टूबर के बीच में कर दें. 
  • बछड़े को बैल बनाने के लिए छह महीने की उम्र पर उसे बधिया करा दें.

ये भी पढ़ें-Water Usage: अंडा-दूध, मीट उत्पादन पर खर्च होने वाले पानी ने बढ़ाई परेशानी, जानें कितना होता है खर्च

ये भी पढ़ें-Egg Export: अमेरिका ने भारतीय अंडों पर उठाए गंभीर सवाल, कहा-इंसानों के खाने लायक नहीं...

POST A COMMENT